Edited By Vijay, Updated: 14 Jul, 2019 05:45 PM
ऊना जिला में खननकारियों की मनमानी थमने का नाम नहीं ले रही है। ऊना की जीवनधारा कही जाने वाली स्वां नदी में अंधेरा होते ही बड़ी-बड़ी मशीनं लगाकर सफेद सोना कहे जाना वाला रेत निकालकर सुबह के उजाले में उसी रेत की दुकानें सजाई जा रही हैं।
ऊना (अमित): ऊना जिला में खननकारियों की मनमानी थमने का नाम नहीं ले रही है। ऊना की जीवनधारा कही जाने वाली स्वां नदी में अंधेरा होते ही बड़ी-बड़ी मशीनं लगाकर सफेद सोना कहे जाना वाला रेत निकालकर सुबह के उजाले में उसी रेत की दुकानें सजाई जा रही हैं। जिला ऊना में जगह-जगह रेत के बड़े-बड़े डंप लगाए गए हैं, जिनसे दिनभर रेत की सप्लाई की जाती है। 10 जुलाई को ऊना पहुंची प्राकलन समीति ने भी विभागों की समीक्षा बैठक के दौरान इस मुद्दे पर सख्त रुख अपनाते हुए रेत के डंपों को 24 घंटे के भीतर हटाने के निर्देश दिए थे लेकिन खनन विभाग अभी भी कुंभकर्णी नींद सोया हुआ है और 24 घंटे तो क्या 4 दिन बीत जाने के बाद भी रेत के डंप ज्यों के त्यों लगे हुए हैं।
रेत के डंपों को जायज बता रहा खनन विभाग
खनन विभाग खननकारियों पर इतना मेहरबान है कि जगह-जगह लगे रेत के डंपों को जायज करार दे रहा है। खनन अधिकारी परमजीत सिंह की मानें तो ऊना जिला में 85 खनन पट्टे स्वीकृत हैं और अधिकतर खनन पट्टे स्वां नदी क्षेत्र में ही हैं। खनन अधिकारी का कहना है कि ये डंप वैध खनन स्त्रोतों द्वारा ही लगाए गए हैं लेकिन सवाल यह है कि नियमानुसार खनन पट्टा क्षेत्र में ही रेत की स्टोरेज की जा सकती है जबकि ऊना में लगाए गए ये डंप लीज क्षेत्र से कई 100 मीटर दूर लगाए गए हैं।
पिछले लंबे अरसे से लगे हुए हैं रेत के डंप
वहीं विभाग माइनिंग लीज एरिया से बाहर डंप लगाने के पीछे बरसात की दलील भी दे रहा है। खनन अधिकारी ने कहा कि बरसात में स्वां नदी के भीतर गाडिय़ां नहीं जाती, इसीलिए बाहर रेत की स्टोरेज की गई है लेकिन शायद खनन अधिकारी महोदय यह भूल रहे हंै कि बरसात तो अभी एक सप्ताह पहले ही शुरू हुई है जबकि ये डंप पिछले लंबे अरसे से लगे हुए हैं। वहीं खनन विभाग जल्द ही पुलिस और अन्य विभागों की मदद से कार्रवाई का दावा भी कर रहा है।
पुलिस का दावा-6 महीनों में काटे खनन के 100 चालान
वहीं जिला पुलिस खनन के प्रति गंभीर होने का दावा करते हुए वर्ष 2018 में खनन के 310 चालान करके करीब 29 लाख रुपए जुर्माना वसूलने की बात कर रही है। ए.एस.पी. ऊना विनोद धीमान ने कहा कि इन 6 महीनों में भी पुलिस ने खनन के 100 चालान करके करीब साढ़े 5 लाख रुपए जुर्माना वसूला है। उन्होंने कहा कि पुलिस खनन के खिलाफ विशेष अभियान चला रही है और आने वाले समय भी यह अभियान जारी रहेगा।
कांग्रेस विधायक ने दी आंदोलन की चेतावनी
वहीं अवैध खनन और रेत के डंपों को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष भी एक-दूसरे पर आरोप लगाने लगे हैं। विपक्ष इस मुद्दे पर सरकार को घेरने का कोई भी मौका हाथ से जाने नहीं देना चाहता है। ऊना सदर से कांग्रेस के विधायक और प्राकलन समिति के सदस्य सतपाल रायजादा ने तो इस मामले पर कार्रवाई न होने के कारण प्रशासन के घेराव की चेतावनी दे डाली है।
भाजपा कर रही कार्रवाई का दावा
उधर, प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता प्रो. राम कुमार ने जगह-जगह रेत के डंपों का ठीकरा कांग्रेस के सिर फोड़ते हुए कहा कि ऊना जिला में 85 खनन पट्टे है जिनमें से 68 माइनिंग लीज मुकेश अग्निहोत्री के उद्योग व खनन मंत्री रहते हुए स्वीकृत हुई है। भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि भाजपा सरकार इस मुद्दे पर सख्ती से कार्रवाई कर रही है लेकिन जब सख्ती होती है तो सबसे ज्यादा तकलीफ कांग्रेस को ही होती है। उन्होंने इस मामले पर सख्ती से कार्रवाई का दावा भी किया।