Edited By Vijay, Updated: 22 May, 2018 11:29 PM
ग्रामीण डाक सेवकों ने अपनी एक सूत्रीय मांग को लेकर मंगलवार को अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में डाक व्यवस्था चरमरा गई है।
बिलासपुर: ग्रामीण डाक सेवकों ने अपनी एक सूत्रीय मांग को लेकर मंगलवार को अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में डाक व्यवस्था चरमरा गई है। मंगलवार को जिला मुख्यालय स्थित डाक घर के प्रांगण में जिला के लगभग 145 शाखा डाकघरों में कार्यरत ग्रामीण डाक सेवक, मेल पैकर, ब्रांच पोस्ट मास्टर व मेल कैरियर एकत्रित हुए तथा धरना दिया। इस दौरान डाक सेवकों ने केंद्र सरकार के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की। इस दौरान अखिल भारतीय ग्रामीण डाक सेवक संघ के मंडल प्रधान सोहन सिंह व मंडल सचिव बूटा राम ने कहा कि डाक विभाग ने ग्रामीण डाक सेवकों के लिए 7वें वेतन की तरह बनाई गई कमलेश चंद्र रिपोर्ट को लागू नहीं किया है जबकि यह रिपोर्ट जनवरी 2016 से लागू की जानी थी।
केंद्र सरकार व डाक विभाग ने किया सौतेला व्यवहार
उन्होंने कहा कि डाक विभाग के नियमित कर्मचारियों को 7वें वेतन आयोग का लाभ सितम्बर, 2017 से मिल रहा है। ग्रामीण डाक सेवकों से केंद्र सरकार व डाक विभाग द्वारा किए जा रहे इस सौतेले व्यवहार से आहत होकर पूरे देश में ग्रामीण डाक सेवक ों कोअनिश्चित कालीन हड़ताल पर उतरना पड़ा है। उन्होंने कहा कि 4 मई को सरकार को हड़ताल पर जाने का नोटिस दिया गया था लेकिन इस नोटिस को सरकार ने अनदेखा कर दिया, जिसके चलते उन्हें यह कदम उठाना पड़ा।