Edited By Ekta, Updated: 20 Aug, 2018 12:13 PM
जिला सोलन में हुई भारी बारिश के बाद अभी तक अधिकतर क्षेत्रों में पेयजल आपूर्ति बहाल नहीं हो पाई है तथा ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल संकट बरकरार है। बारिश के बाद सोलन शहर में तो पानी की सप्लाई की जा रही है और धीरे-धीरे स्थिति सामान्य हो रही है लेकिन...
सोलन (रवीन्द्र): जिला सोलन में हुई भारी बारिश के बाद अभी तक अधिकतर क्षेत्रों में पेयजल आपूर्ति बहाल नहीं हो पाई है तथा ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल संकट बरकरार है। बारिश के बाद सोलन शहर में तो पानी की सप्लाई की जा रही है और धीरे-धीरे स्थिति सामान्य हो रही है लेकिन शहर के आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में लोग बरसाती नालों से पानी एकत्र करके पानी की जरूरतों को पूरा कर रहे हैं। सोलन के समीप बसाल पंचायत के सभी गांवों में पिछले करीब 7-8 दिनों से पानी नहीं आया है। यहां के गांवों बसाल, देवली की सेर, मौली, धाला, भुल्लग, डांगरी पंचायत के डांगरी गांवों में लोग पेयजल संकट का सामना कर रहे हैं।
लोग भरी बरसात में पेयजल को तरस रहे हैं तथा अन्य जरूरतों के लिए दूर-दूर के नालों से बरसाती पानी ढोना पड़ रहा है। इसके अलावा चामत-भड़ेच व देवठी पंचायतों में पिछले 15 दिनों से पेयजल योजना से एक बूंद भी पानी नहीं आया है। बरसाती नालों का पानी पीने से इन पंचायतों के लोगों के बीमार पड़ने की संभावनाएं बढ़ गई हैं। उल्लेखनीय है कि चामत भड़ेच पंचायत व देवठी पंचायत के दर्जनों गांवों के लिए सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग की उठाऊ पेयजल योजना से पानी उपलब्ध करवाया जाता है।
चामत भड़ेच पंचायत के चामत, शशल, दाड़वा, भड़ेच, नौणी, ग्रेटी, धार, नेरी, धाला, नौरा खंडोल, बटोग, भैरा व शांगड़ी सहित देवठी पंचायत के त्राशड़ी, पैड़ी, खड़ोटा व क्रो आदि गांवों में पिछले करीब एक सप्ताह से पानी नहीं आया है। इससे पहले भी यहां लोगों को पानी के लिए परेशानियों का सामना करना पड़ा है। यहां थोड़ी सी बारिश होने पर भी पानी की सप्लाई बंद हो जाती है और विभाग ने इस समस्या से निपटने के लिए कोई कदम नहीं उठाए हैं। नौणी के समीप धर्जा में भी पेयजल योजना मलबे की चपेट में आने से बंद पड़ी हुई है और लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।