Edited By Vijay, Updated: 29 Jun, 2019 09:32 PM
नगर निगम शिमला की मासिक बैठक में एक बार फिर हंगामा देखने को मिला है। इस बार हंगामा वार्ड में किए जाने वाले विकास कार्यों को लेकर हुआ है। निगम की मासिक बैठक में कांग्रेस और भाजपा के पार्षद रेन वाटर हार्वेस्टिंग टैंक के निर्माण कार्य को लेकर आप में...
शिमला (तिलक राज): नगर निगम शिमला की मासिक बैठक में एक बार फिर हंगामा देखने को मिला है। इस बार हंगामा वार्ड में किए जाने वाले विकास कार्यों को लेकर हुआ है। निगम की मासिक बैठक में कांग्रेस और भाजपा के पार्षद रेन वाटर हार्वेस्टिंग टैंक के निर्माण कार्य को लेकर आप में उलझे। मासिक बैठक में दोनों पार्षदों के बीच जाखू वार्ड में बनने जा रहे रेन वाटर हार्वेस्टिंग टैंक के निर्माण कार्य को लेकर तीखी नोंकझोंक हुई। संबंधित वार्ड पार्षद ने बैनमोर वार्ड पार्षद पर टैंक के निर्माण कार्य को लेकर घुसपैठ करने का आरोप लगाया है और निगम सदन से काम रुकवाने की मांग की है।
निर्माण कार्य बंद नहीं किया तो खटखटाएंगे कोर्ट का दरवाजा
जाखू वार्ड पार्षद अर्चना धवन का कहना है कि जाखू वार्ड में अमृत योजना के तहत करीब 40 लाख से 860 लीटर की क्षमता वाला रेन वाटर हार्वेस्टिंग टैंक बनना प्रस्तावित है, जिसके लिए लिए टैंडर प्रक्रिया भी हो गई है लेकिन फोरैस्ट क्लीयरैंस न मिलने से काम शुरू नहीं हो पाया है। उन्होंने आरोप लगाया कि बैनमोर वार्ड पार्षद ने उच्च स्तर पर हेराफेरी कर टैंक का निर्माण कार्य शुरू करने के लिए भूमिपूजन कर लिया है, साथ ही शहर के पहले रेन वाटर हार्वेस्टिंग टैंक के लिए सरकार से ईनाम भी ले लिया है। उन्होंने कहा कि जाखू वार्ड की पार्षद वह हैं तो दूसरे वार्ड की पार्षद उनके वार्ड में कैसे कार्य सकती है। उन्होंने बैनमोर वार्ड पार्षद किम्मी सूद को चेतावनी दी है कि यदि वह उनके वार्ड में निर्माण कार्य बंद नहीं करती हैं तो वह कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगी।
मुख्यमंत्री के समक्ष उठाया जाएगा मामला
वहीं इस मामले पर भाजपा पार्षद और बैनमोर पार्षद किम्मी सूद का कहना है कि 2016 में वार्डों के पुनर्सीमांकन से पहले जाखू और बैनमोर वार्ड की सीमा एक ही थी तो उस समय भाजपा से संबंध रखने वाले वार्ड पार्षद रेन वाटर हार्वेस्टिंग टैंक बनाने का प्रस्ताव पारित किया था। अमृत योजना के तहत टैंक का निर्माण बैनमोर वार्ड में जगह न मिलने के कारण जाखू वार्ड में किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वह टैंक का निर्माण कार्य इसलिए कर रही हैं कि 2016 से जो काम लटका पड़ा है उसे समय रहते पूरा कर लोगों को सुविधा प्रदान की जा सके। उन्होंने कहा कि यदि जाखू वार्ड की पार्षद काम को लेकर गम्भीर और सक्षम होतीं तो काम समय रहते पूरा होता। उन्होंने कहा कि जाखू वार्ड पार्षद का आरोप निराधार है। यदि वह सच में विकास कार्य करना चाहती हैं तो वह इस कार्य को छोड़कर उन्हें काम दे सकती हैं। उन्होंने कहा कि वह इस मामले को मुख्यमंत्री के समक्ष उठाएंगी।
एक-दूसरे के वार्ड में हस्तक्षेप न करें पाषर्द : कुसुम सदरेट
वहीं मेयर कुसुम सदरेट ने पार्षदों से एक-दूसरे के वार्ड में हस्तक्षेप न करने का आग्रह किया है, साथ ही दोनों पार्षदों के बीच चल रहे विवाद को सुलझाने की बात कही है। उन्होंने कहा कि सभी पार्षदों को वार्ड की जनता ने जिता कर भेजा है, इसलिए वार्ड पार्षद को अपने वार्ड में विकास कार्य को करने का पूरा अधिकार है।