Edited By Vijay, Updated: 17 May, 2020 10:01 PM
सुंदरनगर की पलोहटा के नाटन निवासी किडनी रोग से पीड़ित महिला की मौत से गुस्साए मायके वालों ने मृतका का अंतिम संस्कार रोककर काफी देर तक हंगामा किया। बीएसएल कालोनी पुलिस थाना के अधिकारी द्वारा घटनास्थल पर पहुंच कर जांच की सच्चाई बताने के उपरांत नाटन में...
सुंदरनगर (अंसारी): सुंदरनगर की पलोहटा के नाटन निवासी किडनी रोग से पीड़ित महिला की मौत से गुस्साए मायके वालों ने मृतका का अंतिम संस्कार रोककर काफी देर तक हंगामा किया। बीएसएल कालोनी पुलिस थाना के अधिकारी द्वारा घटनास्थल पर पहुंच कर जांच की सच्चाई बताने के उपरांत नाटन में मृतका का अंतिम संस्कार हो पाया।
शंका होने के कारण अंतिम संस्कार नहीं कर रहे थे परिजन
बता दें कि मायका पक्ष सुनीता (31) पत्नी हुसन लाल की इस तरह हुई अचानक मौत को लेकर हैरान है। मायका पक्ष ने शंका के कारण अंतिम संस्कार रोक दिया, जिसके चलते नाटन में पुलिस थाना प्रभारी प्रकाश चंद मिश्रा को बुलाया गया। प्रकाश चंद मिश्रा से पुलिस जांच की बारीकियां जानने के बाद और सुनीता के ससुरालियों से लिखित कार्रवाई करवाने के बाद ही मायका पक्ष के लोग मृतका का अंतिम संस्कार पर राजी हुए।
महिला ने दुपट्टे से फंदा लगाकर दी थी जान
बता दें कि 4 साल से किडनी रोग से पीड़ित महिला ने घर में उस समय दुपट्टे से फंदा लगा लिया था जब हुसन लाल और उसका बेटा कपड़े धोने के लिए निकट ही कहीं गए हुए थे। सुनीता एक सुसाइड नोट छोड़ गई थी, जिसमें उसने बीमारी से परेशानी की बात कही है। सुनीता को शरीर में खून न बनने के कारण शिमला अस्पताल में जांच के लिए रैफर किया गया था। बीएसएल पुलिस ने सूचना मिलने पर भी शव को मायके वालों (भाई और चाचा) के सामने कब्जे मेंं लेकर कार्रवाई तथा शव को पोस्टमार्टम करवा कर परिजनों को सौंपा दिया।
क्या बोले बीबीएमबी कालोनी पुलिस थाना के प्रभारी
बीबीएमबी कालोनी पुलिस थाना के प्रभारी प्रकाश मिश्रा ने बताया कि सुनीता के शव को पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंपा दिया था लेकिन सुनीता के भाई और चाचा ने अंतिम संस्कार करने से रोक दिया, जिसके चलते मौके पर पहुंच कर उन्हें घटना की जांच के हर पहलू की जानकारी दी और जांच का स्तर समझाया, जिसके उपरांत मृतका का नाटन में अंतिम संस्कार किया गया।