Edited By Vijay, Updated: 27 May, 2019 10:36 PM
हिमाचल में भी स्विट्जरलैंड की तर्ज पर रोप-वे बनेंगे। स्विट्जरलैंड में बने रोप-वे की प्रणाली के अध्ययन को लेकर मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव संजय कुंडू के नेतृत्व में हिमाचल प्रदेश के प्रतिनिधिमंडल ने बोलीविया स्विट्जरलैंड और ऑस्ट्रिया का दौरा...
शिमला: हिमाचल में भी स्विट्जरलैंड की तर्ज पर रोप-वे बनेंगे। स्विट्जरलैंड में बने रोप-वे की प्रणाली के अध्ययन को लेकर मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव संजय कुंडू के नेतृत्व में हिमाचल प्रदेश के प्रतिनिधिमंडल ने बोलीविया स्विट्जरलैंड और ऑस्ट्रिया का दौरा किया। दौरे के दौरान प्रतिनिधिमंडल ने शहरी और ग्रामीण परिवहन के समाधान के लिए रोप-वे प्रणाली का अध्ययन कर विश्व की श्रेष्ठ रोप-वे कंपनी की विनिर्माण इकाइयों का दौरा किया।
सी.डब्ल्यू.ए. की प्रबंधन समिति तथा इंजीनियरों के साथ की बैठक
दौरे को लेकर संजय कुंडू ने कहा कि प्रतिनिधिमंडल ने 16 मई को ऑल्टेन में स्विट्जरलैंड के रोप-वे कैबिन के निर्माता कैरोसेरी वर्के आर.बर्ग सी.डब्ल्यू.ए. का दौरा किया। इस कंपनी की स्थापना वर्ष 1939 में हुई थी और बाद में यह डॉप्लेमायर गारावैंटा समूह का हिस्सा बन गई। उन्होंने कहा कि प्रतिनिधिमंडल ने विनिर्माण इकाई के दौरे के दौरान सामग्री और विनिर्माण प्रक्रिया की गुणवत्ता का अध्ययन किया तथा विभिन्न एप्लीकेशनों के लिए उपयोग किए जाने वाले विभिन्न प्रकार के केबल कार कैबिनों के बारे में व्यावहारिक अनुभव प्राप्त किया। उन्होंने कहा कि प्रतिनिधिमंडल ने सी.डब्ल्यू.ए. की प्रबंधन समिति तथा इंजीनियरों के साथ बैठक की और यात्रियों की सुरक्षा की गुणावत्ता के प्रति विश्वास व्यक्त किया।
रोप-वे के निर्माण की प्रत्येक प्रक्रिया को विस्तार से जाना
अतिरिक्त प्रधान सचिव ने कहा कि प्रतिनिधिमंडल ने ऑस्ट्रिया के वोलफर्ट में अगले दिन विश्व के सबसे बड़े रोप-वे विनिर्माता डॉप्लेमायर गारावेंटा समूह के विनिर्माण यूनिट तथा मुख्य कार्यालय का दौरा किया। प्रबंधन ने शहरी, ग्रामीण, दूरदराज और पर्यटन परिवहन के अनुकूल मोनोकेबल, बाईकेवल, ट्राईकेबल व केबल कार पर विस्तृत प्रस्तुति दी। प्रतिनिधिमंडल ने रोप चालित परिवहन की विभिन्न एप्लीकेशनों के बारे में जाना और हिमाचल प्रदेश की भौगोलिक परिस्थितियों के परिप्रेक्ष्य में इसके प्रयोग पर परिचर्चा की। उन्होंने कहा कि प्रतिनिधिमंडल ने विनिर्माण इकाई का भी दौरा किया तथा रोप-वे के निर्माण की प्रत्येक प्रक्रिया को विस्तार से जाना।
डोप्लेमायर द्वारा स्थापित कैब्रियो केबल कार का भी किया दौरा
संजय कुंडू ने कहा कि 18 मई को प्रतिनिधिमंडल ने स्टेंस स्विट्जरलैंड में डोपलमायर द्वारा स्थापित तथा कैब्रियो केबल कार कंपनी द्वारा संचालित फनीक्यूलर व 3-एस रोप-वे का भी दौरा किया। उन्होंने कहा कि प्रतिनिधिमंडल ने इंजन मशीन कक्ष का भी दौरे के दौरान मॉडल का अध्ययन किया और केबल कार की कार्यप्रणाली का बारीकी से निरीक्षण किया। कैब्रियो केबल कार की लंबाई 2320 मीटर है और यह प्रति घंटा प्रति दिशा में 8 मीटर प्रति सैकेंड की गति से 465 व्यक्तियों को ले जाने की क्षमता रखती है। प्रतिनिधिमंडल ने पाया कि इस प्रकार की प्रणाली बहुत मजबूत है और यह अत्यधिक तापमान व तीव्र वायु गति का सामना कर सकती है और यह प्रणाली हिमाचल प्रदेश के बर्फ से ढके पर्वतों एवं दर्रों में वर्षभर कनैक्टिविटी प्रदान करने के लिए प्रयोग में लाई जा सकती है।
प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री को करवाया प्रवास बारे अवगत
प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री, परिवहन मंत्री और मुख्य सचिव को इस अध्ययन प्रवास के बारे में अवगत करवाया। प्रतिनिधिमंडल ने बोलीविया के लापाज में अध्ययन दौरे के उपरांत स्विट्जरलैंड और ऑस्ट्रिया में कैबिन और रोप-वे निर्माण इकाइयों का दौरा किया। प्रतिनिधिमंडल के अन्य सदस्यों में प्रधान सचिव परिवहन जगदीश चन्द्र शर्मा, रोप-वे निगम के मुख्य महाप्रबन्धक अजय शर्मा, रोप-वे निगम के महाप्रबंधक रोहित ठाकुर और वाटर एंड पावर कंसल्टैंसी सर्विसिज वापकोस के प्रबंधक प्रभाकर सती भी शामिल रहे।