Edited By Vijay, Updated: 11 May, 2019 11:02 PM
राजधानी के साथ लगते ऊपरी क्षेत्रों में ओलावृष्टि व तूफान ने शुक्रवार की रात को ऐसा कहर बरपाया कि लोगों को खुले आसमान के नीचे रात बिताने के लिए मजबूर होना पड़ा। लोगों का ओलावृष्टि व तूफान के कारण करोड़ों रुपए का नुक्सान हुआ है। ऐसा ही एक मंजर कंदरू...
शिमला: राजधानी के साथ लगते ऊपरी क्षेत्रों में ओलावृष्टि व तूफान ने शुक्रवार की रात को ऐसा कहर बरपाया कि लोगों को खुले आसमान के नीचे रात बिताने के लिए मजबूर होना पड़ा। लोगों का ओलावृष्टि व तूफान के कारण करोड़ों रुपए का नुक्सान हुआ है। ऐसा ही एक मंजर कंदरू पंचायत के धार गांव में देखने को मिला, जहां बीती रात जीत राम के घर की छत तेज तूफान के कारण उड़ गई। गनीमत यह रही कि इस तूफान के कारण जब घर की छत हवा में उड़ी तो घर के सभी सदस्य कमरे में बैठे हुए थे और उन्हें किसी प्रकार की चोटें नहीं आईं।
खुले आसमान के नीचे रातभर बैठा रहा परिवार
छत के हवा में उडऩे के बाद घर में अफरा-तफरी मच गई और सभी लोग घर से बाहर निकल गए, जिसके कारण पूरा परिवार खुले आसमान के नीचे रातभर बैठा रहा। सुबह के समय आसपास के गांव के लोग पीड़ित जीत राम के घर में एकत्र हुए और राहत कार्य में जुट गए। गौर रहे कि जीत राम पेशे से किसान है। वह मेहनत-मजदूरी करके परिवार का गुजारा करता है। ऐसे में घर की छत का उड़ जाना किसी सदमे से कम नहीं है। जीत राम ने सरकार से गुहार लगाई है कि उसे फोरी राहत प्रदान की जाए ताकि मकान में छत लगा सके।
क्या कहते हैं पंचायत प्रधान
कंदरू पंचायत के प्रधान योगराज शर्मा ने कहा कि आंधी-तूफान व ओलावृष्टि से लगभग करोड़ों रुपए का नुक्सान हुआ है। तूफान के कारण जीत राम के घर की छत उड़ गई, जिसके कारण पूरा परिवार अब खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर है। प्रशासन से पीड़ित को लेकर राहत राशि प्रदान करने की मांग की जाएगी। वहीं ओलावृष्टि के कारण लोगों की नकदी फसलें पूरी तरह से तबाह हो गई हैं।