Edited By Punjab Kesari, Updated: 03 Jan, 2018 12:32 AM
धार्मिक व पर्यटन नगरी मणिकर्ण के साथ सटी गाडग़ी की पहाड़ी से चट्टानों के टूट कर गिरने का सिलसिला शुरू हो गया है।
कुल्लू: धार्मिक व पर्यटन नगरी मणिकर्ण के साथ सटी गाडग़ी की पहाड़ी से चट्टानों के टूट कर गिरने का सिलसिला शुरू हो गया है। पहाड़ी से लगातार चट्टानें दरक रही हंै। गौरतलब है कि पंजाब केसरी ने 30 सितम्बर के संस्करण में इस संबंध में समाचार प्रकाशित कर अगाह कर दिया था कि गाडग़ी की पहाडिय़ों से गिरकर चट्टानें कभी भी तबाही मचा सकती हैं परंतु इस पर प्रशासन व विभाग ने कोई कदम नहीं उठाया। उसका नतीजा यह हुआ कि मंगलवार को उक्त पहाड़ी से दोपहर बाद अचानक एक विशाल चट्टान टूट कर स्थानीय निवासी संजीव के घर के आंगन में आ गिरी। इस दौरान परिवार का कोई सदस्य आंगन में मौजूद नहीं था अन्यथा बड़ा हादसा हो सकता था।
पेड़ों के सहारे पहाड़ी पर ही लटक रही चट्टानें
गाडग़ी की पहाड़ी पर अभी ऐसी कई चट्टानें हैं, जो गिरने की कगार पर हैं व पेड़ों के सहारों से पहाड़ी पर ही लटक रही हैं। चट्टानों के इस प्रकार गिरने से स्थानीय लोगों में दहशत का माहौल पैदा हो गया है। स्थानीय निवासियों ने बताया कि पहाड़ी पर लटक रहीं विशालकाय चट्टानों के कारण उनकी रातों की नींद उड़ चुकी है। न जाने कब ये चट्टानें मकानों पर आ गिरें। भय का माहौल इतना ज्यादा है कि उन्हें रात को नींद भी नहीं आ रही है।
प्रशासन ने अब तक नहीं की कार्रवाई
हालांकि मंगलवार को संजीव के आंगन में गिरी चट्टान से बगीचे में लगे 2-3 पेड़ों को ही नुक्सान पहुंचा है लेकिन अगर यही चट्टान रिहायशी मकान पर गिरती तो हादसा बड़ा रूप ले सकता था, वहीं गाडग़ी की पहाड़ी से चट्टानों के गिरने को रोकने के लिए भू-गर्भ वैज्ञानिक मौका कर प्रशासन को कई सुझाव दे चुके हैं परन्तु इस पर अब तक कोई कार्रवाई शुरू नहीं हो पाई है। मणिकर्ण के स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि तबाही को रोकने के लिए जल्द से जल्द कारगर कदम उठाए जाएं।
क्या कहते हैं प्रशासन के अधिकारी
एस.डी.एम. कुल्लू सन्नी शर्मा ने कहा कि मामला मेरे ध्यान में है। लोक निर्माण विभाग के एस.डी.ओ. को जल्द से जल्द मौके पर भेजा जाएगा व रिपोर्ट तैयार की जाएगी। चट्टानें पहाड़ी से न गिरें इसके लिए हरसंभव प्रयास किया जाएगा। उच्चाधिकारियों को भी इस बारे में लिखित रूप में जानकारी दी जाएगी।