Edited By kirti, Updated: 15 Sep, 2019 02:28 PM
अगर आप ब्यास की लहरों में राफ्टिग का आनंद लेना चाहते हैं या पैराग्लाइडिग कर आसमान से बातें करना चाहते हैं तो कुल्लू मनाली चले आएं। क्योंकि इन खेलों का शौक रखने वाले लोगों के लिए राहत भरी खबर है। बता दें कि प्रशासन की तरफ से सैलानियों की सुरक्षा को...
कुल्लू(मनमिंदर): अगर आप ब्यास की लहरों में राफ्टिग का आनंद लेना चाहते हैं या पैराग्लाइडिग कर आसमान से बातें करना चाहते हैं तो कुल्लू मनाली चले आएं। क्योंकि इन खेलों का शौक रखने वाले लोगों के लिए राहत भरी खबर है।
बता दें कि प्रशासन की तरफ से सैलानियों की सुरक्षा को देखते हुए रिवर राफ्टिग और पैराग्लाइडिग पर 15 जुलाई से लगाया गया प्रतिबंध अब 15 सितंबर को हटने जा रहा है। जिस कारण सैलानी इन खेलों का आनंद अब ले सकेंगे।
इसके साथ ही घाटी के मंदे पड़े पर्यटन कारोबार को भी गति मिलेगी। बताया जा रहा है कि प्रतिबंध लगने से ब्यास नदी में रिवर राफ्टिग के प्वाइंट बबेली, रायसन, पिरडी, भुंतर व बजौरा में जबकि पैराग्लाइडिग के लिए मशहूर सोलंगनाला, मढ़ी व डोभी में वीरानगी छा गई थी।
जिला कुल्लू में रिवर राफ्टिंग और पैराग्लाइडिग जैसी साहसिक गतिविधियों पर प्रतिबंध लगने के कारण करीब ढाई माह तक सैकड़ों युवाओं को बेरोजगार रहना पड़ा था। लेकिन अब प्रतिबंध हटने के बाद दोबारा युवाओं को रोजगार मिलना शुरू हो जाएगा। इन दोनों कारोबार से घाटी के हजारों युवा जुड़े हुए है।