Edited By kirti, Updated: 21 Sep, 2018 09:33 AM
जिला के दुर्गम क्षेत्रों तक परिवहन सुविधा मुहैया करवाने वाले एच.आर.टी.सी. के चालकों का साहस देखते ही बनता है। प्रदेश व जिला की ऐसी जगहों पर ये चालक अपनी जान को जोखिम में डालकर यात्रियों को अपने गंतव्य तक पहुंचाते हैं, जहां पर आम आदमी जाने से भी डरता...
धर्मशाला : जिला के दुर्गम क्षेत्रों तक परिवहन सुविधा मुहैया करवाने वाले एच.आर.टी.सी. के चालकों का साहस देखते ही बनता है। प्रदेश व जिला की ऐसी जगहों पर ये चालक अपनी जान को जोखिम में डालकर यात्रियों को अपने गंतव्य तक पहुंचाते हैं, जहां पर आम आदमी जाने से भी डरता है। अधिकतर चालकों ने कहा कि हालात कैसे भी हों पर उन्हें इन दुर्गम क्षेत्रों में जाने पर गर्व महसूस होता है।
4 ड्राइवरों को किया सम्मानित
जोखिम उठाकर यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए हिमाचल पथ परिवहन निगम के 4 ड्राइवरों को सम्मानित भी किया जा चुका है। धर्मशाला बस डिपो के क्षेत्रीय प्रबंधक द्वारा दुर्गम क्षेत्रों में चालकों द्वारा जोखिम भरे रास्तों में निगम की बसों को चलाने वाले 4 ड्राइवर राकेश कुमार, मनी राम, राजिंद्र व अशोक कुमार को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया है।
कइयों को यातायात नियमों की नहीं जानकारी
एच.आर.टी.सी. के चालकों की मानें तो सड़कों पर हादसे होने का सबसे बड़ा कारण युवाओं को यातायात नियमों की ज्यादा जानकारी न होना है। युवाओं यातायात नियमों की जानकारी न होने के कारण निगम के चालकों को गाडिय़ां चलाने में दिक्कतें पेश आ रही हैं। अक्सर वाहन चालक सबसे आगे निकलने की होड़ में गलत साइड से पास लेकर सड़क हादसों को न्यौता देते हैं। यही वजह है कि अपनी गलती के कारण मासूम लोगों को अपनी जान से हाथ धोने पड़ते हैं। ऐसे में छोटे व बड़े वाहन चालक अगर यातायात नियमों का सख्ती से पालन करते हैं तो सड़क दुर्घटनाओं पर काफी हद तक नियंत्रण पाया जा सकता है।