Edited By Vijay, Updated: 06 Aug, 2019 11:06 PM
एक तरफ लोग बेटा होने की दुआ करते हैं ताकि बुढ़ापे में उन्हें सहारा मिल सके लेकिन तब क्या हो जब दुआ में मांगे गए बेटे ही बुढ़ापे में दर-दर की ठोकरें खाने के लिए अपने मां-बाप को छोड़ दें। इतना ही नहीं घर आने पर उन्हें प्रताड़ित करें और मारने तक की...
नाहन (धर्म): एक तरफ लोग बेटा होने की दुआ करते हैं ताकि बुढ़ापे में उन्हें सहारा मिल सके लेकिन तब क्या हो जब दुआ में मांगे गए बेटे ही बुढ़ापे में दर-दर की ठोकरें खाने के लिए अपने मां-बाप को छोड़ दें। इतना ही नहीं घर आने पर उन्हें प्रताड़ित करें और मारने तक की धमकियां दें। जिला में भी इस तरह का मामला आया है। 3 बेटों जिन्हें पाल-पोस कर बड़ा किया, पढ़ाया-लिखाया, शादियां कीं, घर बनाकर दिए और गाड़ी तक दी, आज उनके खिलाफ ही एक मजबूर बुजुर्ग पिता ने पुलिस में मामला दर्ज करवाया है।
जान के दुश्मन बन बैठे हैं बेटे
पिता ने अपनी पूरी जिंदगी बाहर नौकरी कर बिता दी। जब सेवानिवृत्त होकर घर लौटे तो बेटे ही जान के दुश्मन बन बैठे। बेटों के खौफ से पिता एक माह तक जंगल में रहने को मजबूर था। किसी तरह बुजुर्ग समाजसेवी संजय शर्मा के संपर्क में आया। उन्होंने उसे सोलन में रखा और अब बेटों के खिलाफ पुलिस में मामला दर्ज करवाया है।
यह है मामला
समाजसेवी संजय शर्मा ने बताया कि पैरामिलिटरी फोर्स से सेवानिवृत्त हुए 78 वर्षीय सीता राम से संपर्क हुआ। सीता राम ने बताया कि उनके 3 बेटे उन्हें धमकाते हैं और जान से मारने की भी धमकियां देते हैं। इसके बाद डर के चलते सीता राम जंगल में चले गए। किसी तरह वह उनके संपर्क में आए और उन्होंने उन्हें सोलन में रखा और बाद में डी.एस.पी. के समक्ष व्यथा सुनाई और बेटों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया।
बेटों के खिलाफ मामला दर्ज
ए.एस.पी. सिरमौर वीरेंद्र ठाकुर ने बताया कि पुलिस ने पीड़ित व्यक्ति सीता राम की शिकायत पर उनके 3 बेटों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है। इसमें जांच शुरू कर दी गई है। जांच के बाद आगामी कार्रवाई होगी।