Edited By prashant sharma, Updated: 02 Apr, 2021 10:42 AM
अप्रैल 7 को होने वाले नगर निगमों के चुनावों में प्रदेश के सबसे बड़े जिला कांगड़ा के 2 नगर निगमों धर्मशाला व पालमपुर पर सबकी नजर तब तक रहने वाली हैं, जब तक यहां चुनाव नतीजे नहीं निकल जाएंगे।
धर्मशाला (जिनेश) : अप्रैल 7 को होने वाले नगर निगमों के चुनावों में प्रदेश के सबसे बड़े जिला कांगड़ा के 2 नगर निगमों धर्मशाला व पालमपुर पर सबकी नजर तब तक रहने वाली हैं, जब तक यहां चुनाव नतीजे नहीं निकल जाएंगे। नगर निगम धर्मशाला में दूसरी जबकि पालमपुर में पहली बार चुनाव होगा। इन चुनावों में जहां कांग्रेस व भाजपा पार्टियों को अपने उम्मीदवारों को जीत दिलाना प्रतिष्ठा का सवाल बन गया है। वहीं इस बार इन नगर निगम चुनावों में आम आदमी पार्टी भी अपना भाग्य इन चुनावों के जरिए आजमा रही है। 2015 से धर्मशाला नगर निगम में कांग्रेस काबिज थी तथा उसी क्रम को कांग्रेस जारी रखना चाहती है, तो सत्तासीन पार्टी होने के चलते भाजपा के लिए धर्मशाला व पालमपुर नगर निगम चुनाव में जीत हासिल करना प्रतिष्ठा का सवाल रहेगा। नगर निगम के दूसरी बार होने जा रहे चुनाव में भाजपा कांग्रेस का किला भेदने तो कांग्रेस किला बचाने के लिए मैदान में है।
जीत सुनिश्चित करने को लेकर बैठकों का दौर जारी
नगर निगम चुनाव जीतने के लिए दोनों ही पार्टियों ने पूरी ताकत लगा दी है। दोनों ही पार्टियों के वरिष्ठ नेता हर वार्ड में जीत सुनिश्ति करने के लिए लोगों से बैठकें कर रहे हैं, ताकि अधिक से अधिक वोटर्स को वे अपनी पार्टी के उम्मीदवार के लिए वोट ले सकें।
सोशल मीडिया में भी सक्रिय हुई राजनीतिक पार्टियां
नगर निगम चुनावों को लेकर जहां निगम क्षेत्र में चुनाव का पूरा माहौल बना हुआ है। वोटर्स को रुझाने के लिए पार्टी घर-घर जाकर तो वोट देने की अपील तो कर ही रही है साथ ही सोशल मीडिया पर भी पार्टियों के उम्मीदवार वोर्टस को रूझाने में लगे हुए हैं।