Edited By Simpy Khanna, Updated: 17 Dec, 2019 12:45 PM
धार्मिक व पर्यटन केंद्र श्री रेणुका जी इन दिनों विदेशी परिंदों से गुलजार है पिछले करीब एक माह से रेणुका जी वेटलेंड में पक्षी डेरा जमाए हुए हैं। रेणुका जी वेटलेंड में इन दिनों सेंकडों की संख्या में प्रवासी पक्षी पहुंचे हुए हैं जैसे-जैसे मौसम में...
नाहन (सतीश) : धार्मिक व पर्यटन केंद्र श्री रेणुका जी इन दिनों विदेशी परिंदों से गुलजार है पिछले करीब एक माह से रेणुका जी वेटलेंड में पक्षी डेरा जमाए हुए हैं। रेणुका जी वेटलेंड में इन दिनों सेंकडों की संख्या में प्रवासी पक्षी पहुंचे हुए हैं जैसे-जैसे मौसम में बदलाव हो रहा है। पक्षियों की तादाद बढ़ती जा रही है। सैकड़ों प्रवासी परिंदों ने अभी तक रेणुका घाटी में अपना आशियाना बना दिया है। रेणुका झील में व इसके इर्द गिर्द डेरा डाले यह प्रवासी पक्षी यहां पहुंचने वाले श्रद्धालुओं व पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। प्रतिदिन बड़ी संख्या में लोग इनका दीदार करने यहां पहुंचते हैं। पर्यटकों का कहना है की निश्चित तौर पर उनके लिए यह प्रवासी पक्षी एक बड़ा आकर्षण रहते हैं।
रेणुका जी वेटलेंड में तैनात वन्य प्राणी विभाग के वन रक्षक कंवर सिंह ने बताया की अभी तक 9 प्रजातियों के करीब 350 पक्षी रेणुका जी में पहुंच चुके है और प्रवासी पक्षियों का आना अभी भी लगातार जारी है। उन्होंने कहा की ठंड में लगातार इजाफा हो रहा है। ऐसे में पक्षियों में संख्या में इजाफा होना लाजमी है क्योंकि बढ़ती ठंड के साथ अक्सर यहां प्रवासी पक्षियों की संख्या बढ़ती रहती है। प्रवासी पक्षियों को यहां आने वाले लोग किसी तरह का कोई नकसान न पहुंचाए इसके लिए इनकी सुरक्षा के लिए वन्यप्राणी विभाग द्वारा पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।
वन रक्षक कंवर सिंह ने बताया की विभाग जहां खुद दिन-रात इनकी देख-रेख के लिए यहां पेट्रोलिंग करता है वहीं इसके लिए आउट सोर्स पर भी निगरानी करने के लिए लोग रखे गए हैं।मौसम बदलाव के कारण यह पक्षी यहां यूरोप चीन ,भूटान, साइबेरिया सऊदी अरब और अफगानिस्तान जैसे देशों से यहां पहुंचते हैं। इस दौरान रेणुका वेटलैंड का सुरक्षित, शांत और ठंडा वातावरण प्रवासी पक्षियों को पसंद आता है।