Edited By Ekta, Updated: 03 Oct, 2018 12:00 PM
रावी नदी के खौफनाक मंजर के बाद भी कुछ लोग चंद पैसों के लिए अपनी जान दाव पर लगा रहे हैं। चंबा में बहने वाली रावी में कुछ दिन पहले हालात बेकाबू हो गए थे इसका जलस्तर इतना बढ़ गया था कि शायद ऐसा मंजर 1995 में भी देखने को नहीं मिला था। हर तरफ इसके तांडव...
चंबा (मोहम्मद आशिक): रावी नदी के खौफनाक मंजर के बाद भी कुछ लोग चंद पैसों के लिए अपनी जान दाव पर लगा रहे हैं। चंबा में बहने वाली रावी में कुछ दिन पहले हालात बेकाबू हो गए थे इसका जलस्तर इतना बढ़ गया था कि शायद ऐसा मंजर 1995 में भी देखने को नहीं मिला था। हर तरफ इसके तांडव ने सिर्फ तबाही मचाने का काम शुरू किया। कहीं सड़क तो कहीं पुल नदी के रौद्र रूप के आगे टिक नहीं पा रहे थे।
चंद पैसों के लिए जान जोखिम में डाल रहे लोग
सैकड़ों टंन खड़े पेड़ बहते हुए चंबा के सुल्तानपुर में एक किनारे पर लगे हैं लेकिन अब कुछ लोग चंद पैसों के लिए अपनी जान जोखिम में डाल कर रावी नदी के किनारे इन बड़े-बड़े पेड़ों को निकालने का प्रयास कर रहे हैं, जो कभी भी जानलेवा हो सकता है। वन विभाग की संपदा को सरेआम उठाया जा रहा है लेकिन वह मस्त हैं। आपको बता दें कि रावी का जलस्तर कभी भी बढ़ सकता है जिसके चलते इन लोगों की जिंदगियां खतरे में पड़ सकती है, फिलहाल वन विभाग ने अपने लोग तैनात करने की बात कही है।
क्या कहते हैं चम्बा डीएफओ संजीव शर्मा
वहीं दूसरी ओर चंबा के डीएफओ संजीव शर्मा का कहना है कि कुछ दिन पहले भारी बारिश के बाद रावी में काफी संख्या में पेड़ बह कर आए थे जो सुल्तानपुर में किनारे लगे हैं वहां पर हमने अपना स्टाफ भी तैनात किया है।