Edited By Vijay, Updated: 30 Jun, 2018 04:21 PM
सहकारी सभाओं द्वारा संचालित राशन डिपुओं पर समय पर राशन का न पहुंच पाना सेल्समैन के साथ-साथ उपभोक्ताओं को भी परेशान कर रहा है। जहां सेल्समैन को एक साथ कई उपभोक्ता निपटाने पड़ते हैं तो वहीं राशन बिक्री के कम दिन होने के कारण उपभोक्ताओं की भी भीड़...
फतेहपुर: सहकारी सभाओं द्वारा संचालित राशन डिपुओं पर समय पर राशन का न पहुंच पाना सेल्समैन के साथ-साथ उपभोक्ताओं को भी परेशान कर रहा है। जहां सेल्समैन को एक साथ कई उपभोक्ता निपटाने पड़ते हैं तो वहीं राशन बिक्री के कम दिन होने के कारण उपभोक्ताओं की भी भीड़ डिपुओं पर बढ़ जाती है। बता दें कि जहां दालें, नमक आदि प्रदेश सरकार मुहैया करवाती है तो वहीं आटा, चावल, गेहूं आदि केंद्र सरकार द्वारा अनुदान पर दिए जाते हैं।
15 तारीख के बाद आता है भंडारों में राशन
प्रदेश सरकार द्वारा दिए जाने वाला राशन भंडारों में महीने की 10 तारीख से पूर्व पहुंच जाता है तो वहीं केंद्र सरकार द्वारा दिए जाने वाला राशन महीने की 15 तारीख के बाद आता है, जिस कारण डिपो होल्डरों को भंडार से राशन उठाने में देरी हो जाती है। वहीं महीने की आखिरी तारीख तक उपभोक्ताओं में आबंटन करवाने डिपो होल्डरों के लिए भी मुसीबत बन जाता है। वहीं 15 तारीख के बाद भंडार से राशन उठाना व उसके बाद सैंकड़ों उपभोक्ताओं को देना सेल्समैन के लिए सिरदर्द बन जाता है।
10 तारीख से पहले राशन उपलब्ध करवाए विभाग
डिपो होल्डर/सेल्जमैन ने विभाग से सभी किस्मों के राशन को 10 तारीख से पूर्व उपलब्ध करवाने की मांग की है ताकि महीने की आखिरी तारीख से पूर्व सभी उपभोक्ताओं में राशन वितरित किया जा सके। इस पर जब जिला खाद्य आपूर्ति अधिकारी नरेंद्र धीमान से बात की तो उन्होंने कहा विभाग की भी यही योजना है कि 10 तारीख से पूर्व सभी किस्मों के राशन भंडार में पहुंच जाए, इसके लिए कोशिशें जारी हैं। आगामी 2-3 माह में योजना अनुसार 10 तारीख से पूर्व भंडार तक राशन पहुंचाने का हरसंभव प्रयास किया जाएगा। इसके साथ कई बार उपभोक्ता अगर उसी महीने राशन न ले पाएं तो राशन का कोटा लैप्स हो जाता है, इसका भी निवारण होना जरूरी है।