Edited By Ekta, Updated: 21 Jun, 2018 03:52 PM
ऊना के अंब में एक दुकान पर रसमलाई खाने से आधा दर्जन लोगों की हालत बिगड़ गई। फूड प्वाइजनिंग का शिकार हुए लोग विभिन्न निजी अस्पतालों में उपचाराधीन हैं जबकि दूसरी तरफ दुकानदार ने आरोप को निराधार बताया है। मामला उपमंडल अम्ब का है। यहां पर बुधवार को...
अम्ब (अश्विनी): ऊना के अंब में एक दुकान पर रसमलाई खाने से आधा दर्जन लोगों की हालत बिगड़ गई। फूड प्वाइजनिंग का शिकार हुए लोग विभिन्न निजी अस्पतालों में उपचाराधीन हैं जबकि दूसरी तरफ दुकानदार ने आरोप को निराधार बताया है। मामला उपमंडल अम्ब का है। यहां पर बुधवार को दुकान पर बैठे हुए 6 लोगों ने रसमलाई खाई और अपने घरों को चले गए लेकिन घर पहुंचते ही सभी को उल्टियां और दस्त शुरू हो गए। हालत बिगड़ती देख उनके परिजन उन्हें गाड़ियों में डालकर निजी क्लीनिकों में पहुंचे। एक निजी अस्पताल में उपचाराधीन हरभजन सिंह (32) पुत्र हुकम सिंह, दीपांशु ठाकुर (19), पुत्र वेद प्रकाश, रूप सिंह (28) पुत्र चैन सिंह तीनों निवासी ज्वार ने बताया कि बुधवार दोपहर उन्होंने एक दुकान पर बैठकर रसमलाई खाई थी लेकिन करीब आधा घंटे के दौरान उनकी हालत बिगड़ गई।
हरभजन ने बताया कि उन तीनों के अलावा एक अन्य टेबल पर बैठे गांव के 3 युवकों ने भी उसी वक्त रसमलाई खाई थी। उनकी हालत भी उनकी तरह ही बिगड़ गई। उसने बताया कि उन तीनों के साथ उस समय ज्वार गांव का ही अमन ठाकुर भी साथ में था लेकिन उसने रसमलाई खाने से मना कर दिया था। वह भी उन तीनों के साथ अपने घर ज्वार पहुंचा लेकिन उसे कुछ नहीं हुआ। इससे लगता है कि रसमलाई खाने से ही उन सबकी तबीयत बिगड़ी है।
उधर इस बारे जब दुकानदार से बात कि गई तो उसने उक्त लगाए गए आरोप को निराधार बताया। उसने बताया कि उनकी दुकान पर ग्राहक को साफ सुथरा और ताजा एवं बढिय़ा क्वालिटी की मिठाई व अन्य सामान मिलता है। दुकान में सी.सी.टी.वी. कैमरे लगे हैं। गत दिवस कई लोगों ने रसमलाई दुकान में बैठकर खाई। यहां तक कि उनके पारिवारिक सदस्यों और घर पर आए हुए रिश्तेदारों ने भी उसी रसमलाई को खाया था। इस संबंध में निजी अस्पताल के डाक्टर का कहना है कि यह मामला फूड प्वायजनिंग का है। उपचाराधीन उक्त युवकों ने कोई गलत वस्तु खा ली है।