Edited By Ekta, Updated: 20 Jan, 2019 04:56 PM
कांग्रेस कार्यालय में हुई खूनी झड़प के चलते कांग्रेस में बवाल मच गया है। वीरभद्र सिंह और विक्रमादित्य सिंह द्वारा सुक्खू समर्थकों को इसके लिए जिम्मेवार ठहराने के बाद अब झड़प में घायल हुए राजीव राणा ने पलटवार किया है। उन्होंने इस झड़प का विक्रमादित्य...
शिमला (योगराज): कांग्रेस कार्यालय में हुई खूनी झड़प के चलते कांग्रेस में बवाल मच गया है। वीरभद्र सिंह और विक्रमादित्य सिंह द्वारा सुक्खू समर्थकों को इसके लिए जिम्मेवार ठहराने के बाद अब झड़प में घायल हुए राजीव राणा ने पलटवार किया है। उन्होंने इस झड़प का विक्रमादित्य को मास्टरमाइड बताया और कहा कि इसकी पटकथा सुक्खू समर्थकों ने नहीं बल्कि विक्रमादित्य सिंह ने लिखी। साथ ही उनकी शह पर आए गुंडातत्वों ने हुडदंग मचाया और उन पर हमला किया। वहीं विक्रमादित्य इन गुंडातत्वों को साथ लेकर प्रेस कांफ्रेस कर उनका बचाव कर रहे हैं।
वीरभद्र सिंह द्वारा राजीव पर शराब पीकर हुडदंग मचाने के आरोपों को ख़ारिज करते हुए कहा कि उनका मेडिकल हुआ है जिसमें इस तरह की कोई बात सामने नहीं आई है। वीरभद्र और विक्रमादित्य चाहते हैं उनके परिवार में ही कांग्रेस पार्टी रहे। वे नहीं चाहते कि आम कार्यकर्ता पार्टी में आगे आएं। जबकि पूर्व अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू आम परिवार से है और उन्होंने 6 साल में कांग्रेस संगठन को मजबूत किया है लेकिन वीरभद्र सिंह कभी नहीं कर सके।
राणा ने वीरभद्र को जयराम सरकार की योजनाओं का बखान करने पर आड़े हाथों लेते हुए कहा कि सीबीआई और ईडी से बचने के लिए वह जयराम सरकार के खिलाफ बोलने डर रहे है। साथ ही विक्रमादित्य और अनुराग ठाकुर के साथ फोटो खिंचवा रहे हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि कांग्रेस के नए अध्यक्ष कुलदीप राठौर उनके साथ न्याय करेंगे और पार्टी कार्यालय में हमला करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे।