Edited By Ekta, Updated: 14 Aug, 2018 10:51 AM
कालका-शिमला राष्ट्रीय उच्च मार्ग रविवार देर रात से लगातार हो रही तेज बारिश के कारण दलदल में तबदील हो गया है। जगह-जगह पर पहाड़ी से मलबा भी गिरा। हाईवे में सबसे बड़ी परेशानी लोगों को तंबू मोड़ व चक्की मोड़ के बीच में उठानी पड़ी, जहां पर पहाड़ी से मलबा...
परवाणु (राजीव): कालका-शिमला राष्ट्रीय उच्च मार्ग रविवार देर रात से लगातार हो रही तेज बारिश के कारण दलदल में तबदील हो गया है। जगह-जगह पर पहाड़ी से मलबा भी गिरा। हाईवे में सबसे बड़ी परेशानी लोगों को तंबू मोड़ व चक्की मोड़ के बीच में उठानी पड़ी, जहां पर पहाड़ी से मलबा गिर कर पूरी सड़क दलदल में तबदील हो गई और इसके कारण यहां पर करीब 12 घंटे तक वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से ठप्प रही। उल्लेखनीय है कि मौजूदा समय में हाईवे में फोरलेन निर्माण का कार्य चला हुआ है। इसके लिए यहां पर पहाड़ों की कटिंग कई मीटर ऊंची की गई है, लेकिन सुरक्षा के नाम पर यहां पर महज 3 मीटर की ही दीवार लगाई जा रही है।
ऐसे में आलम यह हो गया है कि कभी भी बारिश होने से पहाड़ी से मलबा गिरना शुरू हो जाता है और हाईवे में ट्रैफिक व्यवस्था ठप्प पड़ जाती है। सुबह करीब 5 बजे तंबू मोड़ के समीप पहाड़ी से मलबा गिर गया और पूरी सड़क बंद हो गई। इसके बाद करीब 9 बजे चक्की मोड़ में भी ऐसा ही नजारा देखने को मिला, जहां पर भी मलबा गिरने से सड़क बिल्कुल बंद हो गई। इसके बाद करीब 1 बजे मशीनों की मदद से मलबे को हटा कर वन-वे में ट्रैफिक खोला गया, लेकिन इतने में वाहनों की काफी लंबी कतारें लग गईं। हाईवे में मलबा गिरने के बाद ट्रैफिक व्यवस्था को संभालने में लगी पुलिस की लचर कार्यप्रणाली देखने को मिली।
हाईवे पर बारिश के कारण एक लेन पूरी तरह से बंद हो गई है और इसके अलावा चक्की मोड़, तंबू मोड़, टी.टी.आर. चौक, सनवारा फाटक के समीप व धर्मपुर के समीप हाईवे से मलबा गिरने का सिलसिला जारी है। ग्रिल कंपनी के डिप्टी प्रोजेक्ट मैनेजर उमेश कुमार ने बताया कि हाईवे ठप्प होने के बाद उसे खोलने में लगे हुए हैं। अपनी मशीनों को जगह-जगह तैनात किया गया है और चक्की मोड़ में वन-वे रोड खोला गया है। परवाणु के एस.एच.ओ वीरेंद्र चौहान ने बताया कि हाईवे के ठप्प होने के बाद यातायात व्यवस्था को सुधारने में लगे हैं और स्वयं भी हाईवे पर ही मौजूद हैं।
सभी ट्रेनें रद्द
तेज बारिश के कारण विश्व धरोहर कालका-शिमला रेल ट्रैक को भी काफी नुक्सान हुआ है। बारिश के कारण ट्रैक पर जगह-जगह मलबा गिरा है और इसके कारण सभी ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है। इसके अलावा चक्की खड्ड में भारी क्षरण के चलते जालंधर-जम्मूतवी रेलमार्ग पर ढांगू में बने रेल पुल पर भी खतरे के बादल मंडराने लगे हैं।