Edited By kirti, Updated: 04 Feb, 2019 12:59 PM
पंजाब केसरी समाचार पत्र खबरों के मामले में गागर में सागर का काम करता है। यह कहना है जिला ऊना के गांव भड़ौलियां कलां के रहने वाले अनिल कुमार के परिवार का। इस परिवार पर पंजाब केसरी समाचार पत्र पढ़ने का ऐसा जुनून है कि परिवार ने पिछले 26 वर्षों से...
ऊना( सुरिंदर): पंजाब केसरी समाचार पत्र खबरों के मामले में गागर में सागर का काम करता है। यह कहना है जिला ऊना के गांव भड़ौलियां कलां के रहने वाले अनिल कुमार के परिवार का। इस परिवार पर पंजाब केसरी समाचार पत्र पढ़ने का ऐसा जुनून है कि परिवार ने पिछले 26 वर्षों से पंजाब केसरी समाचार पत्र की हर प्रति किसी धरोहर की तरह सहेज कर रखी हुई है। अनिल कुमार ने बताया कि उन्हें पंजाब केसरी समाचार पत्र पढ़ने का शौक उस समय से है जब वह लुधियाना में रहते हुए 10वीं कक्षा में पढ़ते थे। तब से लेकर अब तक वह ना सिर्फ रोज खुद पंजाब केसरी समाचार पत्र पढ़ते हैं बल्कि दूसरों को भी इसे पढ़ने के लिए प्रेरित करते हैं। अनिल कुमार के घर का एक कमरा पंजाब केसरी अखबारों से भरा पड़ा है। यहां तक कि ऊपर बनाए गए सेल्फ भी अखबारों से भरे पड़े हैं।
अनिल कुमार की 80 वर्षीय माता पुष्पा देवी को भी अपने बेटे के इस जुनून पर काफी गर्व है कि उनका बेटा पंजाब केसरी अखबार के जरिए देश-दुनिया से जुड़ा रहता है। अनिल की पत्नी मंगला देवी ने बताया कि जब से उनकी शादी हुई है तब से वह भी पंजाब केसरी की नियमित पाठक हैं। उन्हें इस अखबार में संपूर्ण खबरें मिल जाती हैं।एमसीए कर चुकी अनिल कुमार की बेटी पायल कहती है कि उन्हें इस बात पर गर्व है कि उनके पिता तमाम विषयों पर अच्छी पकड़ रखते हैं और यह तभी संभव हुआ है जब वह पिछले 4 दशकों से पंजाब केसरी समाचार पत्र से जुड़े हुए हैं। पायल भी अपने पिता के साथ समाचार पत्र की प्रतियां सहेजने में मदद करती है। उसका कहना है कि पंजाब केसरी अखबार से काफी नॉलेज मिलती है और हर विषय से संबंधित खबरें इसमें होती हैं। जिसका पढ़ाई में भी काफी लाभ मिलता है।
अनिल कुमार के परिवार के अनुसार निश्चित रूप से घर में अखबार की हर प्रति को सहेजकर रखना मुश्किल कार्य है। बावजूद इसके पूरा परिवार इसमें सहयोग दे रहा है। इस परिवार पर पंजाब केसरी का इनता जुनून है कि अगर एक दिन अखबार ना मिले तो पूरा परिवार बेचैन हो उठता है। वैसे भी जिस शिद्दत से इस परिवार ने पंजाब केसरी अखबार की एक-एक प्रति संभाल कर रखी है वह वाकई काबिले तारीफ है।