Edited By Vijay, Updated: 18 Jan, 2019 09:09 PM
बद्दी पुलिस ने संडोली स्थित राष्ट्रीय मार्ग पर 7 जनवरी को दिन-दिहाड़े एक मनी ट्रांसफर करने वाली कंपनी के एजैंट को गोली मारकर 7 लाख 53 हजार रुपए लूटने वाले गिरोह के 4 आरोपियों को पंजाब से गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए चारों आरोपी पंजाब के रोपड़ जिला...
बद्दी (संजीव बस्सी): बद्दी पुलिस ने संडोली स्थित राष्ट्रीय मार्ग पर 7 जनवरी को दिन-दिहाड़े एक मनी ट्रांसफर करने वाली कंपनी के एजैंट को गोली मारकर 7 लाख 53 हजार रुपए लूटने वाले गिरोह के 4 आरोपियों को पंजाब से गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए चारों आरोपी पंजाब के रोपड़ जिला के रहने वाले हैं। इनमें से 2 आरोपी बद्दी के बागवानियां में दुकान चलाते थे। सभी चारों आरोपियों को पुलिस ने कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है।
एक माह से बुन रहे थे जाल
बद्दी की एस.पी. बिंदु रानी सचदेवा ने बताया कि पुलिस ने ट्रैडीशन मैथड, तकनीकी सुविधा व वैज्ञानिक तरीके से इस पर कार्य किया और आरोपियों तक पहुंची। पुलिस ने पंजाब के रोपड़ निवासी हरदीप सिंह, सुखबीर सिंह, मेजर सिंह व जगदीप खान को गिरफ्तार किया है। उन्होंने बताया कि यह एक गैंग है और बीते कई दिनों से रैकी कर रही थी। एस.पी. ने बताया कि जगदीप खान की बागवानियां में एल्यूमीनियम के नाम से वर्कशॉप है, जिसमें सुखबीर कार्य करता था। सुखबीर ने अपने दोस्त हरदीप व मेजर सिंह के साथ मिलकर यह योजना बनाई थी। आरोपी पिछले एक माह से इसका जाल बुन रहे थे।
7 जनवरी को दिया था वारदात को अंजाम
बता दें कि 7 जनवरी को बद्दी के शिवालिक नगर स्थित कांशी राम की मनी ट्रांसर्फर कंपनी में कार्यरत एजैंट राजस्थान निवासी लाल चंद नालागढ़ से नकदी एकत्रित करके बाइक पर बद्दी की ओर आ रहा था। दोपहर करीब 1 बजे संडोली के समीप 2 बाइक सवारों ने उसका रास्ता रोका और उससे कैश छीनने का प्रयास किया लेकिन जब उसने विरोध किया तो एक बाइक सवार ने उसे गोली मार दी, जिससे वह बेहोश हो गया। आरोपी गोली मारने के बाद करीब 7 लाख 53 हजार रुपए लेकर मलकुमारा से पंजाब को जाने वाले रास्ते से होते हुए सीमा पार कर गए थे।
कामयाबी हासिल करने में इनका रहा सहयोग
एस.पी. ङ्क्षबदु रानी सचदेवा ने बताया कि एस.आई.यू. विंग के प्रभारी लखबीर सिंह, उनकी टीम पवन, राजेश शेखर, धर्मवीर, किशोरी, साइबर सैल के भूपेंद्र, सिरमौर से आए अमरेंद्र, प्रदीप, सब इंस्पैक्टर संजय कुमार, प्रदीप व ए.एस.आई. देवराज के सहयोग से यह सफलता मिली है।