Edited By PTI News Agency, Updated: 07 Jul, 2020 08:18 PM
शिमला, सात जुलाई (भाषा) हिमाचल प्रदेश सरकार ने तीन महीने के बाद पिछले हफ्ते सैलानियों को शर्तों के साथ प्रदेश आने की इजाजत दे दी थी, लेकिन कई होटल अभी तक नहीं खुले हैं। कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए मार्च में पर्यटकों के प्रदेश में...
शिमला, सात जुलाई (भाषा) हिमाचल प्रदेश सरकार ने तीन महीने के बाद पिछले हफ्ते सैलानियों को शर्तों के साथ प्रदेश आने की इजाजत दे दी थी, लेकिन कई होटल अभी तक नहीं खुले हैं। कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए मार्च में पर्यटकों के प्रदेश में आने पर रोक लगा दी गई थी। पर्यटन विभाग ने शनिवार को मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) जारी की थी, जिसके तहत शर्तों के साथ सैलानियों को प्रदेश में आने की इजाजत थी। इसमें आईसीएमआर से मान्यता प्राप्त प्रयोगशाला से कोरोना वायरस की निगेटिव जांच रिपोर्ट लाना और कम से कम पांच दिन की होटल की बुकिंग होना शामिल था। राज्य पर्यटन विभाग के निदेशक यूनुस खान ने कहा कि ऐसे सैलानियों को राज्य में प्रवेश करने से पहले सरकार के समक्ष ऑनलाइन पंजीकरण कराना होगा। पर्यटन उद्योग पक्षकार संघ के अध्यक्ष मोहिंदर सेठ ने फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि संघ, होटल के कर्मियों को पर्यटकों का स्वागत करने के दौरान एहतियात बरतने का प्रशिक्षण दे रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य के अधिकतर होटल अभी नहीं खुले हैं। उन्होंने कहा, " हम शिमला के होटल मालिकों के लिए प्रशिक्षण सत्र आयोजित कर चुके हैं। इसी तरह के प्रशिक्षण सत्र महाप्रबंधकों और होटल के कर्मचारियों के लिए भी आयोजित करेंगे।"सेठ ने बताया कि प्रदेश के 3,550 पंजीकृत होटल अब भी बंद हैं। शिमला के होटल भी बंद हैं। उन्होंने कहा कि होटल कर्मियों को प्रशिक्षित करने और रखरखाव का काम पूरा करने में और वक्त लग सकता है, जिसके बाद होटल खुलेंगे। कसौली होटलियर्स एसोसिएशन के प्रमुख राजेंद्र चोपड़ा ने बताया कि वह कसौली में होटल खोलने पर फैसला करने के लिए बैठक करेंगे। वहीं चैल होटल एसोसिएशन के प्रमुख देवेंद्र शर्मा ने पर्यटन विभाग से अनुरोध किया कि वह शर्तों को अपनी वेबसाइट पर अपलोड करे। इसबीच मनाली होटलियर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अनूप ठाकुर ने कहा कि मंगलवार की बैठक में फैसला लिया गया है कि मनाली में होटलों को बंद रखा जाए। पर्यटन विभाग के निदेशक खान ने पीटीआई-भाषा से कहा कि राज्य के कुछ होटल खुले हैं। उन्होंने बताया कि मंगलवार दोपहर तक पंजीकरण के बाद प्रदेश में 507 सैलानी आ चुके हैं। उनमें से 253 पांच जुलाई को , 171 छह जुलाई को और सात जुलाई को 83 पर्यटक आए थे। अधिकारियों ने बताया कि शर्तों को पूरा नहीं करने पर परवानू में अंतर राज्यीय सीमा से बीते तीन दिनों में कई सैलानियों को लौटाया गया है।
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