शिक्षा विभाग पर भारी पड़े Private स्कूल, जानिए वजह

Edited By Ekta, Updated: 02 Apr, 2019 03:07 PM

private schools on education department

इसे शिक्षा विभाग की नाकामयाबी कहें कि बार-बार कहने के बावजूद प्राइवेट स्कूल विभाग के आदेशों को नहीं मान रहे हैं। उनसे बिना मान्यता नवीनीकरण के लिए जिला के लगभग 79 प्राइवेट स्कूलों ने शैक्षणिक गतिविधियां शुरू कर दी हैं। प्राथमिक शिक्षा विभाग अब उक्त...

धर्मशाला (नवीन): इसे शिक्षा विभाग की नाकामयाबी कहें कि बार-बार कहने के बावजूद प्राइवेट स्कूल विभाग के आदेशों को नहीं मान रहे हैं। उनसे बिना मान्यता नवीनीकरण के लिए जिला के लगभग 79 प्राइवेट स्कूलों ने शैक्षणिक गतिविधियां शुरू कर दी हैं। प्राथमिक शिक्षा विभाग अब उक्त प्राइवेट स्कूलों की शिकायत शिक्षा निदेशक व डी.सी. कांगड़ा से करेंगे। अब उक्त स्कूलों पर जुर्माना लगाने की तैयारी भी की जा रही है। शिक्षा विभाग की मानें तो उक्त 79 प्राइवेट स्कूलों में कुछ स्कूल एक साल तो कुछ 2 सालों से बिना मान्यता नवीनीकरण के चल रहे हैं। 

लगभग 3 महीने बीत जाने के बाद भी मान्यता नवीनीकरण के लिए लगभग 79 प्राइवेट स्कूलों ने आवेदन नहीं किया है। जानकारी के मुताबिक शैक्षणिक सत्र 2019-20 के लिए मान्यता व मान्यता नवीनीकरण के लिए यह प्रक्रिया शिक्षा विभाग द्वारा जनवरी महीने में शुरू की गई थी। मार्च महीना समाप्त होने पर सभी स्कूल उक्त प्रक्रिया को अमल में नहीं ला सके। मान्यता नवीनीकरण प्रत्येक साल होता है तथा इस पर लगभग 500 रुपए खर्च आता है। जिला में लगभग 590 के करीब प्राइवेट स्कूल हैं।

 

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