Edited By Ekta, Updated: 14 Dec, 2018 06:06 PM
शिमला में मानवता को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है। प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल में हीटर से झुलसी हुई महिला को परिजनों ने अस्पताल गेट के पास असहाय छोड़कर चले गए थे जिसके बाद अस्पताल कर्मचारियों ने झुलसी हुई महिला को इमरजेंसी वार्ड में दाखिल कर...
शिमला (ब्यूरो): शिमला में मानवता को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है। प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल में हीटर से झुलसी हुई महिला को परिजनों ने अस्पताल गेट के पास असहाय छोड़कर चले गए थे जिसके बाद अस्पताल कर्मचारियों ने झुलसी हुई महिला को इमरजेंसी वार्ड में दाखिल कर उपचार करवाया है। उल्लेखनीय है कि घटना गुरुवार की है जब एक आग से झुलसी हुई महिला आईजीएमसी गेट के बाहर खड़ी थी। लेकिन उसकी दयनीय हालत देखकर अस्पताल कर्मियों ने उसे इलाज के लिए भर्ती किया है, जिसका फिलहाल उपचार चल रहा है। मामले पर अस्पताल के मुख्य वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ जनक राज ने बताया कि बसस्टैंड की एक महिला हीटर से झुलसने के चलते अस्पताल में भर्ती हुई है जिसका फिलहाल उपचार चल रहा है।
यह महिला अस्पताल गेट के पास मिली है जिसका सर्जरी यूनिट में उपचार किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि बाद में इस महिला के परिजनों से सम्पर्क साधा गया है जिसके बाद महिला के परिजन अस्पताल में आए हैं। वहीं महिला के परिजनों ने झूठ फैलाने का आरोप लगाया है। महिला की भान्जी रेनू सूद का कहना है कि उनकी मौसी अकेले बसस्टैंड के पास रहती हैं और वे जब चाय बना रही थी। तब उनके साथ यह घटना घटी है जिसे करीब 15 फीसदी शरीर झुलस गया है। जिसके बाद वे खुद ही पहुंची है। बाद में अस्पताल से कॉल आने के बाद उन्हें मामले का पता चला है, अभी फिलहाल सर्जरी विभाग में उनका उपचार चल रहा है और जल्द ही उन्हें छुट्टी मिल जाएगी।