Edited By Vijay, Updated: 21 Aug, 2019 06:36 PM
देवभूमि हिमाचल प्रदेश में हुई भारी बारिश के चलते जहां नदी-नाले उफान पर थे तो वहीं जगह-जगह हुए भू-स्खलन से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया था। कुदतर के कहर का असर बिलासपुर में भी देखने को मिला था, जहां घुमारवीं स्थित करयालग गांव के 7 परिवारों के घर...
बिलासपुर (मुकेश): देवभूमि हिमाचल प्रदेश में हुई भारी बारिश के चलते जहां नदी-नाले उफान पर थे तो वहीं जगह-जगह हुए भू-स्खलन से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया था। कुदतर के कहर का असर बिलासपुर में भी देखने को मिला था, जहां घुमारवीं स्थित करयालग गांव के 7 परिवारों के घर भू-स्खलन के चलते जमींदोज हो गए थे, जिसके बाद प्रशासन व स्थानीय ग्रामीणों ने मिलकर रैस्क्यू ऑप्रेशन के तहत 30 लोगों को मौत के मुंह से बाहर निकाला था।
बुधवार को पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल इन बेसहारा हुए 7 परिवारों से मिलने करयालग गांव पहुंचे। उन्होंने सभी पीड़ितों का हालचाल जाना। उन्होंने कहा कि प्रशासन की तरफ से जहां पीड़ितों को 40 हजार रुपए की पहले ही फौरी राहत दी जा चुकी है तो वहीं अब लगभग साढ़े 12 लाख रुपए पीड़ितों के लिए और स्वीकृत किए जा चुके हैं।
उन्होंने सभी पीड़ित परिवारों को 3-3 बिस्वा जमीन आवास बनाने के लिए दिए जाने की बात कहते हुए कृषि के लिए भी जमीन उपलब्ध करवाने की प्रदेश सरकार से मांग की है, साथ ही स्टेट ज्यूलोजिस्ट की टीम द्वारा मौके का निरिक्षण कर पहाड़ी दरकने की संभावाओं की जांच करने की भी बात कही।