Edited By prashant sharma, Updated: 12 May, 2020 07:02 PM
कोरोना संकट व लॉकडाउन में बिजली बोर्ड ने एक बार फिर उपभोक्ताओं को भारी बिल थमा दिए हैं, जिन्हें देखकर उपभेक्ता परेशान व हैरान है।
शिमला (ब्यूरो) : कोरोना संकट व लॉकडाउन में बिजली बोर्ड ने एक बार फिर उपभोक्ताओं को भारी बिल थमा दिए हैं, जिन्हें देखकर उपभेक्ता परेशान व हैरान है। अप्रैल व मई माह के जारी बिल पिछले माह दिए गए ऐवरेज बिलों से अधिक है, जिन उपभोक्ताओं को 800 से 1 हजार रुपए तक बिल आते थे, उन उपभोक्ताओं को रीडिंग के बावजूद भी दो से ढाई हजार के बिल जारी कर दिए हैं। प्रदेश सहित शिमला में भी बिजली उपभोक्ताओं को भारी बिल जारी किए हैं। उपभोक्ताओं का कहना है कि पहले बिजली बोर्ड ने ऐवरेज बिल थमा दिए जो अधिक थे। वहीं इस माह मीटर रीडिंग से तो बिल दिए हैं वह भी अधिक बिल दिए हैं, जबकि इतनी बिजली खर्च नहीं हुई है। बोर्ड द्वारा फरवरी व मार्च के बिल ऑनलाइन व ऐवरेज बिल दिए थे और लोगों ने ऑनलाइन बिजली बिल जमा करवाए थे, लेकिन पिछले माह दिए गए इन बिलों में ऐवरेज बिल देने से उपभोक्ताओं को अधिक बिल का भुगतान करना पड़ा था।
ऐसे में बिजली बोर्ड ने उपभोक्ताओं को आश्वासन दिया था कि आगामी माह में मीटर रीडिंग से बिल लिए जाएंगे और उपभोक्ता को बिल अधिक आए होंगे तो आगामी माह जितनी कुल यूनिट खपत होगी उतना ही बिल उपभोक्ता को दिया जाएगा, लेकिन अब मीटर रीडिंग से अंतिम बार ली गई रीडिंग से अब तक की मीटर रीडिंग पर बिल थमाया जा रहा है। ऐसे में उपभोक्ता सवाल उठा रहे हैं कि उनके द्वारा ऐवरेज दिए गए बिल अपग्रेड नहीं हुए है और उपभोक्ताओं को अधिक बिल दिए जा रहे हैं। उधर, बिजली बोर्ड अधिकारियों का कहना है कि मीटर रीडिंग पर इस माह दिए जा रहे बिलों को लेकर कोई परेशानी है या अधिक बिल उपभोक्ताओं को आए हैं, तो वह अपने नजदीकी विद्युत उपमंडल में पहुंच कर अपने बिल के बारे में पूरी जानकारी ले सकते हैं।यदि यूनिट खपत से अधिक बिल उपभोक्ताओं को दिया गया होगा तो उनका बिल सही किया जाएगा। वहीं लोगों का यह संशय है कि ऑनलाईन जमा हुआ बिल अपग्रेड नहीं हुआ तो इस संबध में बोर्ड कर्मचारी उपभोक्ता को जानकारी देंगे।