Edited By kirti, Updated: 02 Dec, 2019 01:49 PM
विकास खंड चुवाड़ी की ग्राम पंचायत तुन्नुहट्टी के गांव गुणा में मनरेगा में कार्य करने वाली एक महिला की बीमारी के चलते हुई मौत के बाद उसके परिवार के लिए मनरेगा योजना सहारा बनी है। जानकारी अनुसार सोमा देवी ने मनरेगा योजना के तहत साल में 90 दिन का...
तुनुहटी (ब्यूरो): विकास खंड चुवाड़ी की ग्राम पंचायत तुन्नुहट्टी के गांव गुणा में मनरेगा में कार्य करने वाली एक महिला की बीमारी के चलते हुई मौत के बाद उसके परिवार के लिए मनरेगा योजना सहारा बनी है। जानकारी अनुसार सोमा देवी ने मनरेगा योजना के तहत साल में 90 दिन का रोजगार हासिल किया था। कुछ दिन पहले बीमारी के चलते उसकी मृत्यु के बाद हिमाचल प्रदेश भवन एवं अन्य निर्माण कामगार कल्याण बोर्ड योजना के तहत परिवार को 1.20 लाख रुपए की आर्थिक मदद हासिल हुई है।
इस मदद से गरीब परिवार को तंग आर्थिक परिस्थिति से पार पाने में सफलता जरूर मिलेगी। सोमा देवी पर आश्रित उसका बेटा बीते कई सालों से रोगग्रस्त है। महिला के निधन के बाद पंचायत ने उसे बताया कि उसकी मां ने पंचायत में मनरेगा की 90 दिन की दिहाड़ी पूरी की है और उसका पंजीकरण बीते फरवरी माह में ही हो चुका है। इस योजना के तहत आर्थिक मदद हासिल करने के लिए महिला के परिवार ने जरूरी प्रक्रिया को पूरा कामगार कल्याण बोर्ड को आवेदन भेजा। आवेदन मंजूर करके सरकार ने प्रभावित परिवार को महिला के संस्कार के लिए 20 हजार रुपए व इसके अतिरिक्त एक लाख रुपए की राशि प्रदान की। तुन्नुहट्टी पंचायत के उपप्रधान प्रकाश चंद व सचिव अमन डोगरा ने कहा कि मनरेगा के तहत साल में 90 दिन की दिहाड़ी लगाने वाले लोगों के लिए ऐसी कई योजनाएं सरकार द्वारा चलाई गई हैं।