पौंग बांध विस्थापितों के सब्र का टूटा बांध, जसूर-ज्वाली मार्ग पर किया चक्का जाम

Edited By Vijay, Updated: 28 Nov, 2019 09:01 PM

pong dam displaced protest in jawali

पौंग बांध विस्थापितों का सब्र का बांध अब टूटने लगा है। 47 साल से विस्थापन का दंश झेल रहे पौंग बांध विस्थापित वीरवार को राजा का तलाब में खूब गरजे। विस्थापितों ने करीब एक घंटे तक जसूर-ज्वाली मार्ग पर चक्का जाम किया। इस मौके पर भारी पुलिस बस तैनात किया...

ज्वाली (दौलत चौहान): पौंग बांध विस्थापितों का सब्र का बांध अब टूटने लगा है। 47 साल से विस्थापन का दंश झेल रहे पौंग बांध विस्थापित वीरवार को राजा का तलाब में खूब गरजे। विस्थापितों ने करीब एक घंटे तक जसूर-ज्वाली मार्ग पर चक्का जाम किया। इस मौके पर भारी पुलिस बस तैनात किया गया था। वहीं सूचना मिलते ही डीएसपी नूरपुर साहिल अरोड़ा व अन्य अधिकारियों ने मौके पर पहुंच कर विस्थापितों को समझाया और मार्ग बहाल करवाया।
PunjabKesari, Protest Image

हाथों में तख्तियां लिए समिति सदस्यों ने केंद्र, प्रदेश व राजस्थान सरकार को चेताया कि अगर जल्द पौंग बांध विस्थापितों की समस्याओं पर कोई फैसला नहीं लिया तो विस्थापित करो या मरो की नीति पर चलते हुए आंदोलन करेंगे। उन्होंने कहा कि 47 वर्ष के बाद भी पौंग बांध विस्थापितों की समस्या ज्यों की त्यों है। उन्होंने प्रदेश सरकार, सांसदों व प्रतिनिधियों पर आरोप लगाया कि वे विस्थापितों के हक की आवाज को प्रमुखता से नहीं उठा पाए हैं।
PunjabKesari, Protest Image

विस्थापितों का कहना है कि जब भी प्रदेश में चुनाव आते हैं तो दोनों ही प्रमुख पार्टियों को विस्थापितों की याद मात्र वोटों की ही राजनीति के लिए ही आती है। आखिरकार विस्थापितों की अनदेखी का क्या कारण है? पौंग डैम बनने के समझौते के अनुसार आज तक विस्थापितों को राजस्थान में जमीन नहीं मिल पाई है। यहां-वहां रहकर परिवार गुजर-बसर कर रहे हैं। 47 साल से विस्थापित केंद्र, प्रदेश व राजस्थान सरकार से हक मांग रहे हैं लेकिन आजतक हक नहीं मिला है। अब मजबूरन वे आंदोलन के लिए बाध्य हो गए हैं।
PunjabKesari, Protest Image

Related Story

Trending Topics

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!