Edited By Vijay, Updated: 20 May, 2019 10:21 PM
चुनाव आयोग ने मतदान के दौरान मॉक पोल में लापरवाही बरतने वाले 12 अधिकारियों व कर्मचारियों को निलंबित कर दिया है। इनमें 3 पीठासीन अधिकारी और 9 पोलिंग ऑफिसर शामिल हैं। आरोप है कि नालागढ़, कुल्लू और सरकाघाट में 3 पोङ्क्षलग स्टेशनों पर मतदान कर्मियों ने...
शिमला: चुनाव आयोग ने मतदान के दौरान मॉक पोल में लापरवाही बरतने वाले 12 अधिकारियों व कर्मचारियों को निलंबित कर दिया है। इनमें 3 पीठासीन अधिकारी और 9 पोलिंग ऑफिसर शामिल हैं। आरोप है कि नालागढ़, कुल्लू और सरकाघाट में 3 पोङ्क्षलग स्टेशनों पर मतदान कर्मियों ने भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार सुबह 7 बजे से पहले मॉक पोल के दौरान 50-50 वोट डलवाए लेकिन इन्हें डिलीट किए बगैर मतदान शुरू करवा दिया। बाद में कर्मचारियों को इस गलती का एहसास हुआ तो उन्होंने कुछ वोट डिलीट कर दिए। कर्मचारियों की यह गलती ऑब्जर्वर ने पकड़ ली। इसके बाद तीनों पोलिंग पार्टियों को मतदान केंद्रों से हटाया गया और उनके स्थान पर नई पोलिंग पार्टी तैनात कर दी गई।
3 दिन के भीतर चार्जशीट तैयार करने और रिपोर्ट भेजने के निर्देश
चुनाव आयोग ने निलंबित कर्मचारियों के मूल विभागों को पत्र लिखकर3 दिन के भीतर चार्जशीट तैयार करने तथा इसकी रिपोर्ट आयोग को भेजने के निर्देश दिए हैं। चुनाव आयोग के आदेशों पर अब संबंधित विभागों को 3 दिन में निलंबित कर्मचारियों के खिलाफ चार्जशीट तैयार करनी होगी। एक रोज पहले बिलासपुर के भगेड़ मतदान केंद्र की निलंबित पोलिंग पार्टी के खिलाफ भी चार्जशीट तैयार की जाएगी। कुल्लू के बी.डी.ओ. ऑफिस में बनाए गए पोलिंग बूूथ में मतदान कर्मियों ने मॉक पोल के 50 वोट हटाए बगैर मतदान करवाया। जब इसे ऑब्जर्वर ने चैक किया तो मतदान कर्मियों की गलती पकड़ी गई।
50 मॉक पोल सहित 36 अन्य मतदाताओं के डलवा दिए वोट
उधर, नालागढ़ के कश्मीरपुर मतदान केंद्र में 50 मॉक पोल सहित 36 अन्य मतदाताओं के वोट भी डलवा दिए गए। बाद में जब मतदान कर्मियों को गलती का एहसास हुआ तो उन्होंने सभी 86 वोट डिलीट कर दिए। यह गलती सैक्टर ऑफिसर के निरीक्षण में पकड़ी गई। इसी तरह सरकाघाट विस क्षेत्र के चौक पोलिंग बूथ पर भी मतदान कर्मियों ने ऐसी ही गलती की। हालांकि यहां 4 अन्य वोट पड़े थे लेकिन मतदान कर्मियों ने सभी वोट डिलीट कर दिए। इसके बाद सभी संबंधित जिलाधीश ने चुनाव आयोग को रिपोर्ट भेजी। इस पर सोमवार को चुनाव आयोग ने कड़ी कार्रवाई की है।
क्या होता है मॉक पोल
ई.सी.आई. के निर्देशानुसार प्रत्येक मतदान केंद्र में सभी राजनीतिक दलों व प्रत्याशियों की मौजूदगी में मतदान शुरू होने से पहले 50-50 वोट डलवाए जाते हैं ताकि यह शंका दूर की जा सके कि किसी एक दल के लिए वोट पड़ रहे हैं। वास्तविक मतदान शुरू होने से पहले मॉक पोल डिलीट करना होता है लेकिन 3 मतदान केंद्रों में ऐसा नहीं किया गया।
तीनों पोलिंग स्टेशनों के मतदान दल निलंबित : डी.के. रत्न
अतिरिक्त मुख्य चुनाव अधिकारी डी.के. रत्न ने बताया कि जिला निर्वाचन अधिकारी की रिपोर्ट पर तीनों पोलिंग पार्टियों को निलंबित कर दिया गया है। मूल विभागों को पत्र लिखकर लापरवाही बरतने वाले कर्मियों के खिलाफ 3 दिन के भीतर चार्जशीट तैयार करने को बोला गया है।