Edited By Ekta, Updated: 22 Jul, 2019 03:03 PM
ऊना में चल रहे खनन के काले कारोबार के खेल पर अब सियासतदान भी अपनी रोटियां सेंकने लगे हैं। जिला में नियमों को ताक पर रखकर हो रही खनन गतिविधियों से हर कोई भलीभांति वाकिफ है। खनन को लेकर जारी राजनीतिक दलों की जुबानी जंग अब स्थानीय नेताओं से आगे जाकर...
ऊना (अमित): ऊना में चल रहे खनन के काले कारोबार के खेल पर अब सियासतदान भी अपनी रोटियां सेंकने लगे हैं। जिला में नियमों को ताक पर रखकर हो रही खनन गतिविधियों से हर कोई भलीभांति वाकिफ है। खनन को लेकर जारी राजनीतिक दलों की जुबानी जंग अब स्थानीय नेताओं से आगे जाकर प्रदेश स्तर के नेताओं तक पहुंच चुकी है। यहां खनन माफिया को खड़ा करने के पीछे जहां भाजपा कांग्रेस कार्यकाल की नीतियों को दोषी मान रही है वहीं कांग्रेस मौजूदा सरकार के संरक्षण में खनन माफिया के पनपने के आरोप लगा रही है।
भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सतपाल सत्ती की माने तो विधानसभा चुनावों से पहले भाजपा ने ही खनन को मुद्दा बनाया था क्योंकि कांग्रेस कार्यकाल लोगों को अवैध खनन के परमिट बांटे गए थे। कांग्रेस ने अवैध खनन को वैध करने के लिए ऊना और हरोली क्षेत्र में 65 खनन के पट्टे आबंटित किए थे। सत्ती ने कहा कि प्रदेश सरकार अवैध खनन पर सख्ती से कार्रवाई कर रही है। उन्होंने कहा कि अधिकारीयों को खनन सामग्री की ओवरलोडिंग, नदी नालों में जेसीबी मशीनें लगाने और कहीं के.एम.फार्म. को दूसरे स्थान पर देने के मामलों पर कार्रवाई के आदेश दिए गए। सत्ती ने कांग्रेस सरकार में उद्योग मंत्री रहे और मौजूदा समय में अग्निहोत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने ही स्वां नदी में 65 लीज दे दी और लीजधारकों को स्वां नदी में जेसीबी और पोकलेन मशीने लगाने की बात भी कही थी।
उन्होंने पूर्व कांग्रेस सरकार पर लीजधारकों को पट्टा आबंटित करने को लेकर पैसे खाने के भी आरोप लगाए। अग्निहोत्री ने कहा कि बार-बार कांग्रेस को कोसकर काम नहीं चलने वाला है। उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार बने करीब पौने दो साल हो गए है लेकिन अब भी भाजपा सिर्फ कांग्रेस को कोसकर अपनी गलतियां छिपाने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि खनन में नियमों की पालना करवाना सरकार का काम है लेकिन सरकार ने विभागों के अधिकारीयों को खनन क्षेत्रों में ना जाने तक के निर्देश दे दिए है। मुकेश ने कहा कि हिमाचल के सबसे बड़े पुल के रेत के बड़े-बड़े डंप लगे हुए और रोजाना हरोली के एसडीएम और डीएसपी इसी पुल से गुजरते है और अधिकारी इस पर कार्रवाई करने की बजाय आंखे बंद करके इस ओर से निकल जाते हैं।
नेता विपक्ष ने कहा कि भाजपा ने माइनिंग साइट्स से लीजधारकों को भगाकर अपने लोगों के जबरन कब्जे करवा दिए है। मुकेश ने कहा कि जो युवा भाजपा नेताओं से नौकरी मांगने आते है उनको भी रोजगार देने की बजाय स्वां नदी में खनन के लिए कहा जा रहा है। मुकेश ने कहा कि ना ही खनन साइट्स पर कैमरा लगे है जहां लगाए भी गए थे वो बंद कर दिए गए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस जब खनन के नियमों की बात करती है तो भाजपा कांग्रेस कार्यकाल में पट्टे देने की बात करती है जबकि कांग्रेस ने तो पत्ते आबंटित कर सरकार के राजस्व में बढ़ौतरी की थी। आज अधिकारी खनन पर कार्रवाई के लिए नहीं जा रहे जिससे जाहिर होता है कि खनन पर कार्रवाई ना करने के लिए उन्हें किसी के निर्देश है।