Edited By Ekta, Updated: 09 Oct, 2018 02:15 PM
रायपुर सहोड़ा के युवक के गायब होने के मामले में ग्रामीणों ने पुलिस पर गंभीर आरोप जड़े हैं। एस.पी. ऑफिस पहुंचे ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि पुलिस जांच के लिए परिजनों को वाहनों का अरेंजमेंट करने का दबाव बनाती है। ग्रामीणों ने इस मामले में जांच अधिकारी...
ऊना (विशाल): रायपुर सहोड़ा के युवक के गायब होने के मामले में ग्रामीणों ने पुलिस पर गंभीर आरोप जड़े हैं। एस.पी. ऑफिस पहुंचे ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि पुलिस जांच के लिए परिजनों को वाहनों का अरेंजमेंट करने का दबाव बनाती है। ग्रामीणों ने इस मामले में जांच अधिकारी को बदलने और डी.एस.पी. स्तर का इंक्वायरी ऑफिसर लगाने की मांग भी रखी है।
ए.एस.पी. विनोद कुमार को ज्ञापन सौंपते हुए जिला परिषद सदस्य पंकज सहोड़, रविंद्र सहोड़, छोटू राम, रजिंद्र, मोहित, नरेन्द्र, रविंद्र, राजन सहोड़, रजत, अतुल, अरविंद कुमार, विजय कुमार, संजीव, शिवम, गुरमेल, दीपक, परविंद्र, टेक चंद, गुलशन, विनय कुमार, अमन, रोशनी, कुलदीप, रीना, कमलदेव सहित अन्यों के हस्ताक्षरित ज्ञापन में ग्रामीणों ने कहा कि लापता हुए सुमित कुमार के मामले में पुलिस जांच ढिलाई से कर रही है। ऊना से कोटलाकलां जाने के लिए भी पुलिस परिजनों से रायपुर सहोड़ा से गाड़ी मंगवाती है और तब कहीं जाकर कोटलाकलां में पूछताछ का दौर शुरू होता है। इस दौरान अन्य पुलिस कर्मियों के व्यवहार पर भी ग्रामीणों ने आपत्ति जताते हुए इसकी शिकायत ए.एस.पी. से की है।
प्रतिनिधिमंडल की अगुवाई करते हुए जिप सदस्य पंकज सहोड़ ने कहा कि सुमित कुमार 24 सितम्बर से लातपा है लेकिन पुलिस ने अब तक उसको नहीं ढूंढा है। उन्होंने कहा कि यदि पुलिस ने जल्द सुमित को नहीं खोजा तो किसी भी समय चक्काजाम किया जाएगा जिसकी जिम्मेदारी पुलिस प्रशासन की होगी। ए.एस.पी. विनोद कुमार का कहना है कि प्रतिनिधिमंडल ने उनसे मुलाकात की है और कुछ मुद्दे उनके समक्ष रखे हैं। इस संबंध में सकारात्मक कदम उठाए जा रहे हैं।