Edited By Vijay, Updated: 07 Jun, 2018 06:16 PM
नेर गांव के चमन लाल ने शायद सपने में भी सोचा था कि बतौर मिस्त्री दिहाड़ी लगाकर अपनी माता के आप्रेशन के लिए रखी खून-पसीने की कमाई पर ठगों की नजर पड़ जाएगी।
जोगिंद्रनगर: नेर गांव के चमन लाल ने शायद सपने में भी सोचा था कि बतौर मिस्त्री दिहाड़ी लगाकर अपनी माता के आप्रेशन के लिए रखी खून-पसीने की कमाई पर ठगों की नजर पड़ जाएगी। नेर घरवासड़ा पंचायत के नेर गांव का चमन लाल मंगलवार को ए.टी.एम. में पैसे निकालने आया था लेकिन ठगों द्वारा बुने गए जाल में ऐसा फंसा कि चंद क्षणों में ही मां के इलाज के लिए जोड़े धन से हाथ धो बैठा। ठगों ने ए.टी.एम. बदल कर चमन लाल के खाते से 25 हजार रुपए उड़ा लिए। बी.पी.एल. परिवार से संबंध रखने वाले चमन लाल ने कहा कि उसकी मां को पित्ते में पथरी है, जिसकी जांच उसने टांडा अस्पताल में भी करवाई लेकिन डाक्टरों द्वारा आप्रेशन के लिए लेट डेट दिए जाने के कारण उसने निजी अस्पतालों कारुख किया, जहां उसकी मां का 7 जून को जांच के बाद आप्रेशन होना था लेकिन आप्रेशन के लिए रखे पैसों पर ठगों की नजर पड़ गई तथा वह मां के इलाज से लाचार हो गया है।
पुलिस पर टिकी सारी उम्मीदें
चमन लाल की अब सारी उम्मीदें पुलिस पर टिकी हुई हैं तथा उसे विश्वास है कि पुलिस शीघ्र ही ठगों तक पहुंच कर उससे ठगी गई राशि को उसके हवाले करवाएगी, जिससे वह अपनी मां व्यासां देवी का आप्रेशन करवा सकेगा लेकिन उसे शायद यह जानकारी नहीं है कि पुलिस क्षेत्र में अभी तक इस प्रकार से ठगे जा चुके कई लोगों में से किसी की राशि भी वापस नहीं दिलवा पाई है तथा ठग आए दिन उसके क्षेत्र में बेखौफ होकर ठगी की घटनाओं को अंजाम देकर आराम से पराय धन पर ऐश कर रहे हैं।
लूट की घटनाएं हुईं आम, पुलिस हाथ धरे बैठी
पुलिस थाना जोगिंद्रनगर के तहत ए.टी.एम. बदल कर लाखों रुपए लेकर रफूचक्कर होने की घटनाएं आम हो गई हैं लेकिन अभी तक पुलिस एक मामले को भी उजागर करने में कामयाब नहीं हो पाई है। सी.सी.टी.वी. फुटेज मिलने के बाद भी पुलिस के हाथ कुछ नहीं लग रहा है।
5 महीने के अंदर इनके साथ हो चुकी हैं ठगी की घटनाएं
फरवरी माह में जिंदगी भर तिल-तिल कर जोड़े गए धन से आशियाना बनाने की सोच रहा 3 लाख रुपए की राशि गंवा चुका शानन परियोजना का कर्मचारी दुनी चंद न्याय की उम्मीद में पुलिस की ओर बेबसी से देख रहा है। 11 फरवरी को डेढ़ लाख रुपए से हाथ धो बैठे सेवानिवृत्त स्टेशन मास्टर कुलदीप सूद की नजर जब भी पुलिस वर्दी पर पड़ती है तो उनकी आंखों में भी आशा की किरण दिखने लगती है। पेटू गांव के हेम सिंह ने भी आस नहीं छोड़ी है तथा 36 हजार लुटाकर वह भी पुलिस से आशावान है। कई लोग एक ही प्रकार से की गई ठगी से पुलिस के पास याचना लेकर पहुंचे हैं, जिसमें लोक निर्माण विभाग की सत्या देवी का नाम भी शामिल हो गया है लेकिन पुलिस ने अभी तक इन सभी को निराश ही किया है। कई मामलों में तो प्राथमिकी तक दर्ज नहीं की गई है तथा रोजनामचे में घटना दर्ज कर ठगी के शिकारों को टरकाने वाली कार्रवाई हुई है।
ठगी की घटनाओं में बैंक भी जिम्मेदार
गरीब, निर्दोष व बेगुनाह भोले-भाले लोगों के ए.टी.एम. बदलने की घटनाओं को अंजाम देकर रातोंरात लखपति बन रहे ठगों के हौसले बुलंद करने में बैंक भी पीछे नहीं हैं। ए.टी.एम. के भीतर कैमरे ही इस प्रकार लगाए गए हैं कि ठगों की पूरी तस्वीर कैमरे में कैद नहीं हो पाती है। पुलिस द्वारा ऐसे मामलों में तुरंत कार्रवाई न करना भी ठगोंं तक नहीं पहुंच पाने का एक कारण है।
क्या कहती है पुलिस
डी.एस.पी. पधर मदनकांत ने बताया कि पुलिस किसी भी प्रकार से लापरवाही नहीं बरत रही है तथा ठगों की हमेशा तलाश में रहती है। शीघ्र ही इस ठग गिरोह का भी पर्दाफाश किया जाएगा। लोगों से भी आग्रह है कि ए.टी.एम. में खास सावधानी बरतें तथा किसी भी संदिग्ध की सूचना तुरंत पुलिस को दें।