Edited By Vijay, Updated: 19 Jul, 2018 08:20 PM
बुजुर्गों की कहावत है कि नजर गई तो जहान गया, दांत गए ते स्वाद गया। इसी बात को मद्देनजर रखते हुए तथा स्वाद को बरकरार रखने के लिए स्वारघाट क्षेत्र में एक गांव के व्यक्ति द्वारा असली दांत टूटने के बाद लगाए गए नकली दांत गलती से उसके पेट के अंदर चले गए...
स्वारघाट: बुजुर्गों की कहावत है कि नजर गई तो जहान गया, दांत गए ते स्वाद गया। इसी बात को मद्देनजर रखते हुए तथा स्वाद को बरकरार रखने के लिए स्वारघाट क्षेत्र में एक गांव के व्यक्ति द्वारा असली दांत टूटने के बाद लगाए गए नकली दांत गलती से उसके पेट के अंदर चले गए हैं और मामला इतना उलझ गया है कि व्यक्ति को मजबूरन आई.जी.एम.सी. शिमला रैफर करना पड़ा है।
दवाई के साथ निगल गया दांत
हुआ यूं कि क्षेत्र के ही एक व्यक्ति ने स्वाद के साथ-साथ मुस्कुराहट को भी नि:संकोच व सार्वजनिक बनाए रखने के लिए नकली दांतों का सहारा लिया था। जब एक दिन उक्त व्यक्ति बीमार हुआ और अस्पताल में दवाई लेने के पश्चात घर में शाम को खाने के बाद डाक्टर द्वारा दिए गए कैप्सूल को पानी के साथ खाने लगा तो गलती से लगाए गए नकली दांत भी कैप्सूल के साथ अंदर चले गए। दवाई के साथ दांत निगलते समय व्यक्ति को गले में कुछ अड़चन तो महसूस हुई लेकिन उसने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया और चैन की नींद सो गया।
एक्स-रे करवाया तो पेट के अंदर मिले 2 दांत
अगली सुबह वह जब उठा और कुल्ला करने लगा तो उसने पाया कि उसके 2 दांत गायब हैं तथा इसके साथ ही पेट में कुछ जलन हो रही है। इस बाबत जब व्यक्ति ने एफ .आर.यू. नालागढ़ अस्पताल में एक्स-रे करवाया तो पुष्टि हुई कि गायब दांत पेट के अंदर चले गए हैं। इस पर चिकित्सकों ने अपने स्तर पर कुछ दिन दवाई के सहारे दांत निकालने की कोशिश की लेकिन कोई सफलता न मिलने पर व्यक्ति को आई.जी.एम.सी. शिमला रैफर कर दिया।
ढीले पड़ गए थे दांत
बताया जा रहा है कि खाना खाने के दौरान तार के साथ फिट किए गए दांत ढीले पड़ गए थे और दवाई समझकर पानी के साथ ही अब ये अंदर जाकर नासूर बन गए हैं और अब मजबूरन मरीज को हो रही पेट दर्द के कारण अब आई.जी.एम.सी. शिमला में अपना इलाज करवाना पड़ रहा है।