Edited By Vijay, Updated: 16 Apr, 2020 10:47 PM
हिमाचल प्रदेश में कोरोना महामारी के चलते लगाए गए लॉकडाऊन के दौरान सरकार ने बाहर फंसे लोगों से जहां पर हैं, वहीं पर रहने को कहा है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा है कि सरकार ऐसे लोगों के प्रति चिंतित है और लगातार उनके संपर्क में है।
शिमला (ब्यूरो): हिमाचल प्रदेश में कोरोना महामारी के चलते लगाए गए लॉकडाऊन के दौरान सरकार ने बाहर फंसे लोगों से जहां पर हैं, वहीं पर रहने को कहा है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा है कि सरकार ऐसे लोगों के प्रति चिंतित है और लगातार उनके संपर्क में है। उन्होंने कहा कि स्थिति सामान्य होने पर ही बाहर फंसे लोगों की घर वापसी संभव हो पाएगी। ऐसे लोगों के लिए लिए संबंधित प्रदेश सरकारों से उनकी उचित देखभाल का आग्रह किया गया है। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों के साथ बैठक के दौरान पंचायती राज संस्थानों के प्रतिनिधियों से उनके क्षेत्र में बाहरी राज्यों से आने वाले सभी व्यक्तियों पर कड़ी निगरानी रखने की जिम्मेवारी सौंपी है। इसके लिए जो भी पंचायत प्रधान बाहर से आने वाले लोगों की सूचना छिपाएगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।
इंटर स्टेट बॉर्डर पर कड़ा हुआ पहरा
कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए राज्य सरकार ने इंटर स्टेट बॉर्डर पर पहरा कड़ा कर दिया है। इसके तहत दूसरे राज्यों से आवश्यक सामान लाने वाले वाहनों में बैठे लोगों की स्क्रीनिंग होगी, जिसके लिए बैरियर पर अलग से अस्थायी क्वारंटाइन सैंटर खोले जाएंगे। यहां पर हर व्यक्ति का रैपिड डायग्नोस्टिक टैस्ट होगा। इसके लिए सभी जिला के अधिकारियों को इंटर स्टेट बैरियरों पर किट उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए गए हैं, ऐसे में यदि कोई व्यक्ति कोरोना संक्रमण का पॉजीटिव या संदिग्ध पाया जाता है तो उसे वहीं पर क्वारंटाइन में भेज दिया जाएगा।
स्क्रीनिंग सैंटर के पास खुलेगा अस्थायी क्वारंटाइन सैंटर
इसके लिए स्क्रीनिंग सैंटर के पास अस्थायी तौर पर 15 से 20 बिस्तरों की क्षमता वाला क्वारंटाइन सैंटर खोला जाएगा। इस व्यवस्था के तहत उसका दोबारा टैस्ट किए जाने पर यदि कोई व्यक्ति कोरोना संक्रमित पाया जाता है तो उसे आइसोलेशन सैंटर में रखा जाएगा।