Edited By Simpy Khanna, Updated: 16 Oct, 2019 09:59 AM
सुलह व जयसिंहपुर विधानसभा क्षेत्रों के एक बड़े इलाके को पेयजल से लेकर सिंचाई सुविधा उपलब्ध करवाने वाली न्यूगल खड्ड इन दिनों की कूड़े कर्कट की मार से त्रस्त होने लगी है। इस खड्ड में बने पुलों से कई लोग रोजाना कूड़े कर्कट के बैगों को भरकर फेंक रहे...
पालमपुर (मुनीश) : सुलह व जयसिंहपुर विधानसभा क्षेत्रों के एक बड़े इलाके को पेयजल से लेकर सिंचाई सुविधा उपलब्ध करवाने वाली न्यूगल खड्ड इन दिनों की कूड़े कर्कट की मार से त्रस्त होने लगी है। इस खड्ड में बने पुलों से कई लोग रोजाना कूड़े कर्कट के बैगों को भरकर फेंक रहे हैं। तो कुछ लोग आस्था के कारण धार्मिक आयोजन में प्रयोग होने वाली सारी सामग्री को भी बैगों में भरकर खड्ड में उड़ेल रहे हैं।
अगर बात केवल फूलों तक ही सीमित होती तो कोई फर्क नहीं पड़ता। मगर लोग गठरियां बांध बांध कर इस खड्ड मेंं फेंक रहे हैं। इसमें कई तरह की सामग्री होती है।
इसके अलावा मरे हुए जानवरों को अवशेषों को भी इसमें उड़ेला जा रहा है। न्यूगल खड्ड से करीब 50 पेयजल व सिंचाई योजनाएं निकलती है। ऐसे में इस गंदगी से जहां पेयजल योजनाएं प्रभावित होने लगी हैं। वहीं यह कूड़ा कर्कट कूहलों के माध्यम से किसानों के खेतों में भी पहुंच रहा है। न्यूगल खड्ड से निकलने वाली सबसे बड़ी कूहल कृपाल चंद कूहल को भी कूड़ा कर्कट से खतरा पैदा हो गया है। पालमपुर के समीप कुछ गांवों के लोग इस कूहल में घरों का कूड़ा कर्कट फेंक रहे हैं।