Edited By Simpy Khanna, Updated: 05 Sep, 2019 12:24 PM
गर्मियों के साथ ही सोलन शहर के आसपास के क्षेत्रों में शुरू हुई पेयजल समस्या अभी तक ठीक होने का नाम नहीं ले रही है। सोलन के वार्ड 1 स्थित सपरून में पिछले एक सप्ताह से पानी नहीं आ रहा है। यह सिलसिला पिछले कई महीनों से चल रहा है और यहां पर महीने में...
सोलन (रवीन्द्र): गर्मियों के साथ ही सोलन शहर के आसपास के क्षेत्रों में शुरू हुई पेयजल समस्या अभी तक ठीक होने का नाम नहीं ले रही है। सोलन के वार्ड 1 स्थित सपरून में पिछले एक सप्ताह से पानी नहीं आ रहा है। यह सिलसिला पिछले कई महीनों से चल रहा है और यहां पर महीने में 4-5 दिन ही पानी आता है। बार-बार संबंधित विभाग को शिकायत करने के बाद भी समस्या का स्थायी समाधान नहीं हो रहा है। सपरून क्षेत्र के दोहरी दीवाल निवासी कमलेश शर्मा, सुभाष बंसल, बिमला गर्ग, संजीव शर्मा सहित अन्य लोगों का कहना है कि इस क्षेत्र में सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग द्वारा पेयजल आपूॢत की जाती है। पहले यहां पर लोगों को समय पर पानी मिलता था, लेकिन इस बार गर्मियों के साथ ही लोगों की समस्या भी बढ़ती गई। पहले पूरे शहर में पानी की किल्लत आ रही थी, तो यहां भी लोगों को पानी पांचवें व छठे दिन आ रहा था। इसके बाद शहर में पेयजल व्यवस्था सुचारू हो गई है लेकिन इस क्षेत्र में अभी भी पानी 6 दिनों के बाद ही आता है। अब तो 8 दिन हो चुके हैं और नलों में पानी नहीं आ रहा है।
पेयजल समस्या के कारण लोगों को दूर-दूर से पानी लाना पड़ रहा है व पीने के लिए बोतलबंद पानी खरीदना पड़ रहा है। कुछ लोग तो टैंकर से पानी मंगवा रहे हैं, लेकिन जो टैंकर नहीं मंगवा सकते उन्हें काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। पूरी दिनचर्या पानी के संकट के कारण खराब हो रही है। विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों को कई बार इसके बारे में बताया गया है, लेकिन कोई भी उनकी नहीं सुन रहा है। लोगों ने बताया कि बुधवार को भी वे विभाग के कार्यालय में अधिकारियों से मिले थे व उन्हें समस्या के समाधान का आश्वासन ही मिला है। लोगों ने विभाग के अधिकारियों से आग्रह किया है कि उनकी समस्या का समाधान जल्द किया जाए अन्यथा उन्हें सड़कों पर उतरने को मजबूर होना पड़ेगा।
15 दिन में दूसरी बार मोटर खराब, लोगों में रोष
वहीं बरोटीवाला के तहत कोली बस्ती पलांखवाला में 5 दिन से लोग पेयजल के लिए इधर-उधर भटक रहे हैं। सिंचाई योजना पलांखवाला कुंजाहल की मोटर खराब होने के चलते लोगों को पेयजल उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। 15 दिन में दूसरी बार मोटर खराब होने से ग्रामीणों में रोष व्याप्त है। ग्राम पंचायत भटौलीकलां के पूर्व प्रधान अच्छर पाल कौशल, प्रीतम चंद, कमल चंद, सोहन लाल, रमेश कुमार, मोहन लाल, तरसेम लाल, किरपा राम समेत अन्य ग्रामीणों ने बताया कि पिछले 5 दिन से कोली बस्ती में पेयजल आपूर्ति ठप्प पड़ी है। विभाग ने सिंचाई योजना पलांखवाला से कोली बस्ती को पेयजल की सप्लाई दे रखी है। बीते 15 दिनों में सिंचाई योजना पलांखवाला की मोटर दूसरी बार खराब हो गई है। इस योजना पर विभाग का कोई कर्मचारी मौजूद नहीं रहता। वहीं लोग अपनी मर्जी से जाकर मोटर चला देते हैं, जिसकी देखरेख करने वाला कोई नहीं है। पेयजल स्कीम लावारिस पड़ी है और असामाजिक तत्व वहां जमकर हुड़दंग मचाते हैं।
ग्रामीणों का आरोप है कि अगर एक स्कीम में समस्या आती है तो विभाग कोई वैकल्पिक सुविधा उपलब्ध करवा सकता है या फिर उन्हें सत्तीवाला पेयजल स्कीम-2 से पेयजल दे सकता है लेकिन विभागीय अधिकारी व कर्मचारी ग्रामीणों की समस्या को गंभीरता से नहीं ले रहे। बरसात के मौसम में लोगों को पेयजल के लिए इधर-उधर भटकने को मजबूर होना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द पेयजल सुविधा मुहैया नहीं करवाई गई तो वे सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन और विभागीय अधिकारियों का घेराव करने को विवश हो जाएंगे। पूर्व प्रधान अच्छर पाल कौशल ने बताया कि उन्होंने विभागीय जे.ई. के समक्ष भी समस्या को रखा लेकिन हैरानी इस बात की है कि जे.ई. ने कोई संतोषजनक उत्तर नहीं दिया जिसके चलते लोगों में विभाग के प्रति भारी रोष व्याप्त है।
धारटीघार के गातू गांव में 5 दिनों से नहीं आ रहा पानी
धारटीघार क्षेत्र की छछेती पंचायत के तहत गातू गांव में 5 दिनों से पानी की समस्या से ग्रामीण व स्कूली बच्चे जूझ रहे हैं। विभाग इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। गातू निवासी जगदीश सिंह, रघुवीर, सरोज देवी, अंजना, रीना व राकेश कुमार ने बताया कि गांव में 15 परिवार रहते हैं, साथ ही एक प्राथमिक स्कूल भी है। गांव के लिए बहुत पुरानी उठाऊ पेयजल योजना बनी हुई है जोकि पिछले 5 दिनों से बंद पड़ी है। ग्रामीणों ने बताया कि स्कूल में पानी न होने के कारण दोपहर का भोजन बनाने के लिए पानी ढोकर लाना पड़ता है। इस बारे में कई बार सिंचाई एवं जनस्वास्थ्य विभाग को शिकायत कर चुके हैं लेकिन इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग पांवटा साहिब के अधिशासी अभियंता अश्वनी धीमान ने बताया कि अभी तक इस बारे में कोई शिकायत नहीं मिली है। अगर ऐसा है तो मौके पर कनिष्ठ अभियंता को भेजा जाएगा।