चंद नेताओं के कृत्यों से बेटियों को राजनीति में सुरक्षित नहीं मानते लोग

Edited By Vijay, Updated: 01 Nov, 2018 03:46 PM

people do not consider daughters safe in politics due to acts of some leaders

गगरेट विधानसभा क्षेत्र के टटेहड़ा गांव की रहने वाली व महिला कांग्रेस सेवादल की प्रदेशाध्यक्ष सरोज शर्मा बुलंद इरादों के साथ राजनीति में उतरी हैं। महिलाओं के लिए हर लड़ाई लडऩे को तैयार सरोज का इरादा महिलाओं को आगे लाने का है।

ऊना: गगरेट विधानसभा क्षेत्र के टटेहड़ा गांव की रहने वाली व महिला कांग्रेस सेवादल की प्रदेशाध्यक्ष सरोज शर्मा बुलंद इरादों के साथ राजनीति में उतरी हैं। महिलाओं के लिए हर लड़ाई लडऩे को तैयार सरोज का इरादा महिलाओं को आगे लाने का है। सरोज ने गगरेट विधानसभा के मुबारिकपुर के झंगोली गांव में बचपन बिताने के बाद कलरूही गांव के स्कूल से 8वीं पास की। उसके बाद फार्मेसी इन एलोपैथी फिर नैचुरोपैथी में डाक्टरी की। सरोज के पैतृक एवं ससुराल पक्ष में कोई भी राजनीति में नहीं। 2003 में अपने पति की प्रेरणा एवं प्रोत्साहन से सक्रिय राजनीति में आईं और फिर ब्लॉक, जिला एवं प्रदेश स्तर के पदों की जिम्मेदारी निभाई।

लड़कियों के प्रति समाज का दृष्टिकोण अधिकतर नकारात्मक
जब उनसे पूछा गया कि लड़कियां राजनीति में न के बराबर हैं, क्यों तैयार नहीं हो पा रही नई पौध? तो इस प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि चंद नेताओं के कुकृत्यों के चलते परिवार अपनी बेटी को राजनीतिक क्षेत्र में सुरक्षित नहीं समझते। दूसरा इस क्षेत्र में आने वाली लड़कियों के प्रति समाज का दृष्टिकोण अधिकतर नकारात्मक ही रहता है। कहीं से कोई प्रोत्साहन नहीं मिलता। उन्होंने कहा कि हमारा सेवादल संगठन अभी 14 नवम्बर पंडित जवाहर लाल नेहरू के जन्मदिवस से केंद्र प्रवृत्ति कार्यक्रम गांव-गांव में शुरू कर 15 साल से कम बच्चों की भर्ती कर उसी गांव में बच्चों की रुचि के कार्यक्रम करके लड़कियों के परिवारों का विश्वास जीतकर लड़कियों में आत्मविश्वास भरेगा और हम नई पौध तैयार करेंगे। महिलाओं और महिला कांग्रेस सेवादल से जुड़े कुछ ऐसे ही मुद्दों पर प्रदेश महिला सेवादल की प्रदेश प्रधान से पंजाब केसरी ने कुछ विषयों पर बातचीत की। प्रस्तुत हैं इसके कुछ अंश:-

राजनीति में कोई बड़ी उपलब्धि?
मेरे संगठन के साथियों के सहयोग से मुझे मिले कार्यक्रमों एवं जिम्मेदारियों को जोरदार तरीके से निभाती आई हूं जिसके लिए मुझे संगठन एवं पार्टी द्वारा कई बार प्रदेश एवं राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित किया गया।

क्या लक्ष्य है आपका?
मेरा सपना है कि सेवादल का ध्वज वंदन कार्यक्रम हर ब्लाक में महिलाएं स्वतंत्र रूप से करें, गांव में ‘केंद्र प्रवृत्ति’ कार्यक्रम महिलाएं करें। जब तक मेरा कार्यकाल है मैं प्रदेश का दौरा करके अपने इस लक्ष्य को पूरा करने का प्रयास करूंगी।

सेवादल का आगे का प्लान?
सेवादल सबसे पहले अपने संगठन को बूथ स्तर से नई भॢतयां कर मजबूत करने में लगा हुआ है। नवम्बर माह से ही सेवादल प्रशिक्षण शविरों की शृंखला शुरू होने वाली है।

राजनीतिक गतिविधियों के बारे में आपका क्या कहना?
सेवादल कांग्रेस पार्टी और जनता के बीच आने वाले संसदीय चुनावों में सेतु का काम करेगा।

कैसे मिला इतना बड़ा पद या जिम्मेदारी?
राजनीति में अभी तक मेरे कोई गॉड फादर नहीं हैं। मैं ईमानदारी और मेहनत से मुझे मिली जिम्मेदारी को निभाती आई। संगठन ने इस पद के लिए इंटरव्यू में लगभग 10 महिलाओं में से मुझे चुनकर इस पद की जिम्मेदारी मुझे सौंपी। इंटरव्यू टीम में कांग्रेस सेवादल के राष्ट्रीय सचिव सुशील पराशर एवं कांग्रेस सरकार में रहे पूर्व संसदीय सचिव एवं मौजूदा बड़सर के  विधायक इंद्र दत्त लखनपाल मुख्य रूप से उपस्थित थे।

आपको महिलाओं को आगे लाने में कहां कमी लगती है, उसकी पूर्ति के लिए आप क्या करेंगी?
महिलाओं को सरकार और संगठन में महत्वपूर्ण पदों पर स्थान बहुत कम मिलता है। इसलिए जो महिलाएं राजनीति में आती हैं वे ज्यादा देर तक टिकती नहीं। मैं इसके लिए पहले महिलाओं को उनके अधिकारों के लिए जागरूक करूंगी और संगठन से हम सामूहिक रूप से मांग करेंगी कि महिलाओं को उचित प्रतिशतता में महत्वपूर्ण भूमिका पार्टी में देकर नई महिलाओं को काम करने का अवसर दिया जाए। महिलाओं की समस्याओं को उचित मंच पर उठाकर उनका समाधान करने का प्रयास करूंगी।

महिलाओं को कैसे आगे लाएगा महिला कांग्रेस सेवादल?
प्रदेशाध्यक्ष का कहना है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष लाल जी देसाई के प्रयासों से अभी हाल ही में प्रदेश महिला अध्यक्ष को स्वतंत्र रूप से कार्य करने व अपनी टीम बनाने का अवसर प्रदान किया गया है। सरोज ने कहा कि मैंने प्रदेश स्तर की टीम का खाका तैयार किया है। प्रदेश का दौरा करके गांवों की आम महिलाओं को सेवादल में आने के लिए प्रेरित करूंगी फिर उन महिलाओं को नवम्बर माह में होने वाले चुनाव प्रशिक्षण शिविर एवं नेतृत्व निर्माण प्रशिक्षण में आम से विशेष महिला बना दिया जाएगा और इस तरह एक जबरदस्त महिला सेवादल हिमाचल प्रदेश में तैयार होने वाला है।

क्या सेवादल प्रदेश में किसी महिला के लिए लोकसभा टिकट मांगेगा?
सरोज शर्मा का कहना है कि बिल्कुल, प्रदेश में सक्षम महिलाओं की कमी नहीं है। महिलाओं को अपना हक मांगना होगा, लेकिन विडंबना यह है कि कोई भी पार्टी महिला की दावेदारी को गंभीरता से नहीं लेती, बाद में उसी सीट से पुरुष भले ही हार जाए। सरोज कहती हैं कि हमीरपुर संसदीय क्षेत्र से इस बार यदि किसी सक्षम महिला को उम्मीदवारी की जिम्मेदारी दी जाए तो कांग्रेस पार्टी की जीत निश्चित है। जब उनसे पूछा गया कि कांग्रेस हो या भाजपा महिला मोर्चा चुनाव में ही सक्रिय होते हैं ऐसा क्यों? सेवादल की प्रदेशाध्यक्ष कहती हैं कि कांग्रेस हा यो भाजपा पार्टी के मुख्य संगठन में महिलाओं को स्थान न के बराबर दिया जाता है। पार्टी उम्मीदवार अपनी जरूरत के हिसाब से उन्हें जागरूक करते हैं।

ये बताई महिला सेवादल की कमी व खूबी
कमी: महिला सेवादल की महिलाओं की सबसे बड़ी कमी सफेद वर्दी है जिसकी वजह से महिलाएं इस संगठन से जुडऩा पसंद नहीं करतीं।
खूूबी: सेवादल की महिला अन्य महिलाओं की अपेक्षा अधिक आत्मविश्वासी है एवं अपनी बात को जनता के बीच अधिक प्रभावी तरीके से रखने में सक्षम होती है क्योंकि सेवादल के प्रशिक्षणों द्वारा वह कांग्रेस का इतिहास, नेताओं की जीवनी, पार्टी की वर्तमान और भविष्य की गतिविधियों से निरंतर अवगत रहती है।

जरूरतमंदों के काम आएगा रक्त
उन्होंने कहा कि लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल के जन्मदिवस एवं भारत रत्न इंदिरा गांधी के शहादत दिवस के उपलक्ष्य पर समस्त आम जनों के सहयोग से कांग्रेस सेवादल ने रक्त दिया। यह असहाय एवं समाज में सभी जरूरतमंद लोगों के काम आएगा। विशेषकर उनके जो अस्पतालों में ब्लड की रिप्लेसमैंट देने में असमर्थ होते हैं। यह खून प्रसूता महिलाओं, दुर्घटनाग्रस्त लोगों व खून की कमी वाले मरीजों को दिया जाएगा।

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