Edited By Simpy Khanna, Updated: 13 Aug, 2019 11:48 AM
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के हस्तक्षेप के बावजूद परिवहन निगम के पैंशनर्ज की मांगें जस की तस हैं, जिससे पैंशनर्ज में सरकार व निगम प्रबंधन के खिलाफ रोष व्याप्त है।
धर्मशाला(पूजा): मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के हस्तक्षेप के बावजूद परिवहन निगम के पैंशनर्ज की मांगें जस की तस हैं, जिससे पैंशनर्ज में सरकार व निगम प्रबंधन के खिलाफ रोष व्याप्त है। सोमवार को धर्मशाला में आयोजित बैठक के दौरान निगम पैंशनर्ज संगठन के प्रधान दर्शन सिंह व महासचिव रघुवीर सिंह ने कहा कि प्रदेश के करीब 6 हजार पैंशनर्ज को मई 2013 से उनकी पैंशन समय पर नहीं मिल रही है जबकि 2016 के बाद एच.आर.टी.सी. में जितने भी कर्मचारी सेवानिवृत्त हुए हैं उन्हें अभी तक न तो पैंशन जारी की गई है और न ही उनका एरियर मिल पाया है।
हालांकि पूर्व की वीरभद्र सरकार ने जब संगठन का प्रतिनिधिमंडल उनसे मिला है उन्होंने एच.आर.टी.सी. के लिए राशि जारी की है लेकिन प्रबंधन की ओर से यह राशि सेवानिवृत्त कर्मचारियों पर खर्च करने के बजाय नई बसें खरीदी गई जो अब बेकार खड़ी हैं। पैंशनर्ज की समस्याओं को ध्यानपूर्वक सुनने के उपरांत सी.एम. ने परिवहन मंत्री को आदेश दिए कि मामलों पर तुरंत कार्रवाई अमल में लाई जाए परंतु परिवहन मंत्री और प्रबंधन ने आज तक न तो संगठन को वार्ता के लिए बुलाया और न ही मामलों पर कोई कार्रवाई की। उन्होंने कहा कि उक्त समस्या का हल न होने पर पैंशनर्ज ने आगामी विधानसभा में अधिवेशन के दौरान धरना-प्रदर्शन एवं रोष रैली निकालने का निर्णय लिया है।