Edited By Vijay, Updated: 09 Feb, 2020 03:36 PM
हिमाचल प्रदेश पैंशनर एसोसिएशन का राज्य स्तरीय सम्मेलन सिरमौर जिला मुख्यालय नाहन में हुआ, जिसमें पैंशनरों से जुड़ी विभिन्न समस्याओं पर मंथन किया गया। पैंशनरों ने प्रदेश की जयराम सरकार पर अनदेखी के आरोप लगाए हैं। पैंशनरों का कहना है कि उनकी मांगों को...
नाहन (सतीश): हिमाचल प्रदेश पैंशनर एसोसिएशन का राज्य स्तरीय सम्मेलन सिरमौर जिला मुख्यालय नाहन में हुआ, जिसमें पैंशनरों से जुड़ी विभिन्न समस्याओं पर मंथन किया गया। पैंशनरों ने प्रदेश की जयराम सरकार पर अनदेखी के आरोप लगाए हैं। पैंशनरों का कहना है कि उनकी मांगों को लेकर सरकार गंभीर नहीं है। उन्होंने कहा कि पैंशनरों से जुड़ी मांगों को कई बार मौजूदा सरकार के सामने एसोसिएशन द्वारा उठाया गया है लेकन सरकार द्वारा इस पर गौर नहीं किया जा रहा है। पैंशनरों के अनुसार मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने 2018 में सुंदरनगर में आयोजित राज्यस्तरीय सम्मेलन में एसोसिएशन को आश्वासन दिया था कि जल्द प्रदेश में जेसीसी का गठन किया जाएगा ताकि पैंशनर अपनी मांगोंं को आसानी से उठा सकें लेकि आज तक जेसीसी का गठन नहीं हुआ है।
पैंशनर एसोसिएशन की मांग है कि 5-10 व 15 प्रतिशत पैंशन भत्ते को अतिरिक्त पैंशन में बदला जाए, साथ ही 80 साल की आयु पूरी कर चुके पैंशन धारकों को भी पंजाब की तर्ज पर वित्तीय लाभ दिए जाएं। एसोसिएशन का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के बावजूद प्रदेश में 1 जनवरी, 2006 से न्यूनतम पैंशन को प्रदेश सरकार लागू नहीं कर रही है। आरोप यह भी है कि प्रदेश में समय पर मैडीकल बिलों का भुगतान पैंशनरों को नहीं किया जा रहा है, जिससे कई तरह की दिक्कतें पेश आ रही हैं। सम्मलेन के दौरान पैंशनर एसोसिएशन ने अपनी मांगों को लेकर आगामी रणनीति तैयार की ताकि इन मांगों को पुरजोर तरीके से सरकार के सामने रखा जा सके।