Edited By Vijay, Updated: 16 Apr, 2019 11:24 PM
कांगड़ा-चम्बा संसदीय सीट के कांग्रेस प्रत्याशी घोषित करने से पूर्व दिल्ली कांग्रेस हाईकमान ने बार-बार मुझसे संपर्क साधा। कांग्रेस ने मेरे साथ कई बैठकें कीं किंतु मैंने चुनाव लड़ने से इंकार ही किया। यह बात मेजर विजय सिंह मनकोटिया ने पत्रकारों को...
कांगड़ा/चम्बा: कांगड़ा-चम्बा संसदीय सीट के कांग्रेस प्रत्याशी घोषित करने से पूर्व दिल्ली कांग्रेस हाईकमान ने बार-बार मुझसे संपर्क साधा। कांग्रेस ने मेरे साथ कई बैठकें कीं किंतु मैंने चुनाव लड़ने से इंकार ही किया। यह बात मेजर विजय सिंह मनकोटिया ने पत्रकारों को जानकारी देते हुए कांगड़ा में कही। उन्होंने कहा कि कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के दिल्ली से आए राजदूत ने उनसे बार-बार संपर्क किया। उनके घर में तथा जब वह दिल्ली गए थे तो उन्हें कांग्रेस पार्टी में वापस आने के लिए कहा गया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस हाईकमान का कहना था कि कांगड़ा-चम्बा सीट से उन्हें कोई अच्छा तथा जीतने वाला प्रत्याशी नहीं मिल रहा तथा आप चुनाव लड़ें किंतु उन्होंने इंकार किया।
वीरभद्र ने सुधीर शर्मा का टिकट कटवाकर पवन काजल को टिकट दिलाया
उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह कांगड़ा-चम्बा के कांग्रेस प्रत्याशी पवन काजल पर क्यों मेहरबान हुए, पहले तो आजाद उम्मीदवार को कांगे्रस का एसोसिएट सदस्य बनाया तथा फिर चुनावों से पूर्व उसे कांग्रेस में शामिल करके उसे बलि का बकरा बनाया। उन्होंने वीरभद्र सिंह पर निशाना साधते हुए कहा कि वीरभद्र सिंह ने जीतने वाले प्रत्याशी सुधीर शर्मा का टिकट कटवाकर पवन काजल को टिकट दिलाया। उन्होंने कहा कि 2022 में होने वाले विधानसभा के चुनावों में न ऊपरी क्षेत्र, न मंडी, न हमीरपुर पर अबकि बार जिला कांगड़ा से मुख्यमंत्री बनाया जाएगा।
समय बताएगा कौन बकरा बनता है और किसकी बलि लगती : वीरभद्र
उधर, मंगलवार देर शाम चम्बा पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि मनकोटिया को मैं अच्छी तरह से जानता हूं, इसलिए मैं उसे गंभीरता से नहीं लेता हूं। उन्होंने कहा कि मनकोटिया कई पार्टियां बदल चुके हैं। उन्होंने कहा कि मनकोटिया जो टिकट मिलने की बात कह रहे हैं उसका में कतई समर्थन नहीं करता हूं क्योंकि मनकोटिया पार्टी से निकाले गए हैं और वर्तमान में वह कांग्रेस पार्टी के सदस्य तक नहीं है, ऐसे में कांग्रेस की टिकट मिलने का कोई भी प्रश्न पैदा नहीं होता है। उन्होंने कहा कि जहां तक सुखराम के पोते आश्रय को टिकट मिलने का सवाल है तो उसने कांग्रेस पार्टी ज्वाइन की है। उन्होंने कहा कि मनकोटिया का यह कहना कि काजल को बलि का बकरा बनाया गया है, यह समय बताएगा कि कौन बकरा बनता है और किसकी बलि लगती है।