Edited By Rajneesh Himalian, Updated: 08 Dec, 2020 07:17 PM
हिमाचल प्रदेश संयुक्त पटवारी एवं कानूनगो महासंघ ने अपनी मांगों के समाधान में सरकार द्वारा की जा रही अनदेखी के चलते काले बिल्ले लगाकर रोष प्रकट किया।
मंडी (रजनीश) : हिमाचल प्रदेश संयुक्त पटवारी एवं कानूनगो महासंघ ने अपनी मांगों के समाधान में सरकार द्वारा की जा रही अनदेखी के चलते काले बिल्ले लगाकर रोष प्रकट किया। महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष हेमराज शर्मा ने कहा कि सरकार के उदासीन रवैये पर अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए आंदोलन के प्रथम चरण में 3 दिन काले बिल्ले लगाकर सेवाएं दी जाएगी।
इसके अगले चरण में कार्यालयाें में दिन में मोमबत्ती जलाकर कार्य किया जाएगा और यह क्रम 3 दिन तक चलेगा। यदि सरकार इसके बाद भी नहीं जागेगी तो अपने निजी मोबाइल फोन के माध्यम से किसी भी प्रकार की सूचना अथवा डाक का आदान प्रदान बंद किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आजकल कार्यालय के 80 प्रतिशत कार्य मोबाइल फोन के माध्यम से ही निपटाए जाते हैं। ये सब कार्य प्रभावित होने से यदि आम जनता को परेशानी होगी तो इसके लिए सरकार ही जिम्मेवार होगी।
उन्होंने बताया कि महासंघ की मुख्य मांगों में सी श्रेणी के एस.डी.एम. कार्यालयों में कार्यालय कानूनगो के पद सृजित करना, पटवारी कानूनगो का डाटा सुविधा के लिए 4-5 जी.बी. दैनिक डाटा अथवा मोबाइल फोन भत्ता देना, भू-व्यवस्था विभाग के कानूनगो की वरिष्ठता सूची उसी विभाग में करके इनकी पदोन्नति इसी विभाग में करने और भू-व्यवस्था विभाग का मंडी में मंडलीय कार्यालीय खोलने की मांग शामिल है।
उन्होंने बताया कि नायब तहसीलदार के भर्ती एवं पदोन्नति नियमों में संशोधन करके कानूनगो का पदोन्नति कोटा 60 प्रतिशत से 80 प्रतिशत किया जाए, अधीक्षक ग्रेड-2 में 20 प्रतिशत पदों पर कोटा दिया जाए। मंडलीय स्तर पर कानूनगो की संयुक्त वरिष्ठता सूची तैयार करके उपलब्ध करवाई जाए। क्षेत्रीय कार्यालयों में बिजली, पानी की निशुल्क सुविधा या 1,000 रुपए मासिक भत्ता दिया जाए। उन्होंने कहा कि कई मांगें सरकार के पास पिछले 3 सालों से विचाराधीन है, जिस पर न तो सरकार वार्ता कर रही है आैर न ही समस्याओं के समाधान हो रहा है।