Edited By kirti, Updated: 10 Dec, 2019 12:29 PM
पांवटा साहिब के मिनी सचिवालय से मात्र 5 किलोमीटर दूर पट्टी नत्था सिंह राजकीय प्राइमरी पाठशाला वर्ष 2012 में खुलने के बावजूद आज तक स्कूली बच्चे खुले आसमान के नीचे शिक्षा देने के लिए मजबूर है जानकारी के अनुसार राजकीय प्राथमिक पाठशाला पट्टी नथ्था सिंह...
पांवटा साहिब (प्रेम वर्मा): पांवटा साहिब के मिनी सचिवालय से मात्र 5 किलोमीटर दूर पट्टी नत्था सिंह राजकीय प्राइमरी पाठशाला वर्ष 2012 में खुलने के बावजूद आज तक स्कूली बच्चे खुले आसमान के नीचे शिक्षा देने के लिए मजबूर है जानकारी के अनुसार राजकीय प्राथमिक पाठशाला पट्टी नथ्था सिंह वर्ष 2012 में खोला गया था मगर अब तक ना तो स्कूल के पास अपना भवन है ना ही बच्चों के बैठने के लिए कोई उचित व्यवस्था बच्चे खुले आसमान के नीचे शिक्षा ग्रहण करने के लिए मजबूर हो रहे हैं वह तो भला हो गांव के ही एक भले व्यक्ति का जिसने स्कूल की कक्षाएं लगाने के लिए अपने घर का एक कमरा स्कूल को दे रखा है नहीं तो इन बच्चों को धूप और बारिश में किस तरह से शिक्षा मिलती इसका अंदाजा आप स्वयं ही लगा सकते हैं।
स्कूल में लगभग 17 बच्चे शिक्षा ग्रहण करते हैं और इन बच्चों के लिए आज तक भी सरकार स्कूल के नाम पर कोई भवन नहीं बना पाई वही स्कूल के अध्यापक राजेंद्र कुमार ने बताया कि स्कूल में 17 बच्चे पढ़ते हैं मगर अभी तक स्कूल के पास अपना भवन नहीं है। जिस कारण गांव के ही एक व्यक्ति ने अपने घर में एक कमरा स्कूल चलाने के लिए दिया हुआ है। वहीं जब इस बारे में बी आर सी विकास कश्यप से बात की गई तो उन्होंने बताया कि यह स्कूल वर्ष 2012 में खोला गया था इस स्कूल में 17 बच्चे शिक्षा ग्रहण करते हैं स्कूल के लिए जो जमीन गांव वालों ने दी है उसके कागजात उन्होंने उपायुक्त सिरमौर कार्यालय में पहुंचा दिए हैं और इस स्कूल के लिए लगभग 2 लाख रुपए की धनराशि भी स्वीकृत हो चुकी है। मगर जमीन के लिए उपायुक्त कार्यालय मे विचार चला हुआ है जैसे ही ऊपर से आदेश आएगा स्कूल क्या कार्य भी शुरू कर दिया जाएगा।