Edited By kirti, Updated: 01 Jul, 2019 12:02 PM
ऐतिहासिक शहर नादौन पार्किंग अव्यवस्था का शिकार बना हुआ है। पार्किंग व्यवस्था न होने से शहर वाहनों का गैराज बनता जा रहा है। बस स्टैंड से लेकर शहर की सड़कों व गलियों में छोटे-बड़े वाहन अव्यवस्थित तरीके से खड़े रहते हैं। अव्यवस्थित वाहनों की पार्किंग...
नादौन : ऐतिहासिक शहर नादौन पार्किंग अव्यवस्था का शिकार बना हुआ है। पार्किंग व्यवस्था न होने से शहर वाहनों का गैराज बनता जा रहा है। बस स्टैंड से लेकर शहर की सड़कों व गलियों में छोटे-बड़े वाहन अव्यवस्थित तरीके से खड़े रहते हैं। अव्यवस्थित वाहनों की पार्किंग जहां शहर को बदसूरत कर रही है, वहीं आवाजाही में बड़ी बाधा बन रही है। त्यौहारी सीजन में तो शहर की हालत और खराब हो जाती है। बस स्टैंड से लेकर पोस्ट आफिस चौक तक सड़क के दोनों ओर वाहन खड़े रहते हैं, जिस कारण वाहनों की क्रॉसिंग नहीं हो पाती और सड़क पर जाम लग जाता है।
जाम लगने से लोग जरूरी कार्यों के लिए लेट तो होते ही हैं, साथ ही जाम में फंसे वाहन चालक जाम का गुस्सा एक-दूसरे पर निकालते हैं। शहर में वाहनों की संख्या बढऩे से पार्किंग की समस्या पैदा हुई है। व्यापारिक कस्बा होने के कारण यहां पर आसपास के कस्बों से भी लोगों का आना जाना होता है। ऐसे में बाहर से आने वाले लोगों के वाहन भी यहां-वहां खड़े रहते हैं। ऐतिहासिक शहर नादौन पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण स्थान रखता है परंतु इस शहर को व्यवस्थित तरीके से बसाने में आज तक कोई कार्य नहीं हुआ है।
कई नगर पंचायत अध्यक्ष कार्य पूरा कर चले गए, कई विधायक व मंत्री कार्यकाल पूरा कर गए लेकिन किसी ने भी ऐतिहासिक शहर को सुनियोजित तरीके से बसाने, मूलभूत सुविधाओं का सृजन करने, पार्किंग व्यवस्था करने, पार्क और खेल मैदान जैसी सुविधाओं का विकास करने के बारे में न तो सोचा और न ही प्रयास किए। पंचायत प्रतिनिधियों व राजनेताओं की उपेक्षा का शिकार बने नादौन शहर की स्थिति दिनोंदिन बिगड़ती जा रही है। अगर अभी भी प्रशासन और सरकार ने शहर के बारे में कोई योजना नहीं बनाई तो आने वाली पीढिय़ों को कालकोठरी नुमा जीवन व्यतीत करना पड़ेगा।