Edited By Ekta, Updated: 13 Aug, 2019 12:09 PM
हिमाचल सरकार और नए बने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की कोई उपलब्धियां थीं, जिनसे प्रभावित होकर जनता ने खुलकर भाजपा उम्मीदवारों के पक्ष में वोट डाला। यह बात पंडित सुखराम ने कही। वे दिल्ली से मंडी लौटते हुए गत दिवस बिलासपुर में अपने मित्र के घर पत्रकार के...
बिलासपुर (राम सिंह): हिमाचल सरकार और नए बने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की कोई उपलब्धियां थीं, जिनसे प्रभावित होकर जनता ने खुलकर भाजपा उम्मीदवारों के पक्ष में वोट डाला। यह बात पंडित सुखराम ने कही। वे दिल्ली से मंडी लौटते हुए गत दिवस बिलासपुर में अपने मित्र के घर पत्रकार के सवालों का जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा कि पिछले डेढ़ वर्ष में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर सरकार ने ऐसा कोई चमत्कारी कार्य नहीं किया है कि मंडी के लोगों ने भाजपा के पक्ष में यह अभूतपूर्व समर्थन दिया हो।
पंडित सुखराम कहते हैं कि अपने 50 वर्ष के राजनीतिक काल में विकास मंत्री रहने के अतिरिक्त केंद्रीय सरकार में खाद्य मंत्री, रक्षा राज्य मंत्री और संचार मंत्री के महत्वपूर्ण मंत्रालयों में कार्यरत रहकर अपनी पूरी सामर्थ्य अनुसार हिमाचल और देश की जनता की सेवा करने का मैंने प्रयास किया और इस सक्रिय राजनीति में कितने ही चुनाव हारे और जीते किन्तु मुझे गर्व है कि हिमाचल और विशेषकर मंडी के लोगों ने उन्हें विशेष रूप से भारी सहयोग, समर्थन और आशीर्वाद दिया। फिर यह कैसे हो गया, इसका वह अभी अध्ययन कर रहे हैं और अभी तक सारे जीवन का अनुभव और ज्ञान भी उन्हें इस पराजय के कारण जानने में सफ ल नहीं हो पाया है।
संसदीय चुनाव में आपका आश्रय को पूरा समर्थन होने के बावजूद कांग्रेस पार्टी उम्मीदवार और आपके पौत्र की करारी हार हुई। इसके पीछे कारणों बारे वयोवृद्ध नेता ने कहा कि मैं स्वयं आश्चर्यचकित हूं कि आखिर ऐसा क्या हुआ कि हिमाचल सहित सारे देश में अप्रत्याशित और अभूतपूर्व तथा अविश्वसनीय भारी बहुमत से भाजपा ने जीत दर्ज की और हिमाचल में भी कांग्रेस पार्टी के चारों के चारों संसदीय क्षेत्रों में भाजपा के उम्मीदवार विजयी हुए हैं। ऐसा बहुत सारे बुद्धिजीवी भी विस्मयकारी प्रश्न पूछ कर उन्हें हैरान कर रहे हैं।
चुनाव के समय भाजपा के पक्ष में ऐसा कोई तूफान भी उन्हें नजर नहीं आ रहा था। 94 साल की आयु और दिल्ली से सड़क मार्ग से कार से अपने गृह नगर मंडी का सफर। इस आयु में तो यह बहुत ही कठिन और थका देने वाली यात्रा होती है लेकिन आपके चेहरे पर तो कोई थकावट नहीं है, इस राज बारे पंडित सुखराम ने कहा कि कुछ खास नहीं, वर्षों से एक नियमितता अपना रखी है। सुबह तड़के 4 बजे उठा हूं। योगासन, स्नान व ध्यान करके चला हूं। रास्ते में स्वारघाट में भोजन किया है। अब 3 बजे आपके साथ बिलासपुर में चाय पी रहा हूं। आत्मविश्वास और ईश्वर पर विश्वास, मेरे यह 2 सहायक सदैव मेरे साथ रहते हैं।
अनुच्छेद 370 पर बोले- यह तो बहुत पहले हो जाना चाहिए था
कश्मीर से अनुच्छेद 370 और 35ए हटाए जाने पर पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की प्रशंसा की जानी चाहिए, क्योंकि वास्तव में यह कार्य बहुत पहले हो जाना चाहिए था, जो नहीं हुआ। इस कदम की सराहना करनी चाहिए। कश्मीर की आम जनता के हित में लिया गया यह कदम वास्तव में वरदान प्रमाणित होगा। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर को भारतीय संघ में विलय करने वाले इसके अंतिम शासक महाराज हरि सिंह के पुत्र और इसी क्षेत्र के किसी समय सदरे रियासत रहे युवराज कर्ण सिंह के विचारों से मेरे विचार पूरी तरह से मेल खाते हैं। यदि इस कदम को उठाने से पहले वहां की प्रभावशाली पाॢटयों से बातचीत करके उन्हें विश्वास में लिया होता तो सोने पर सुहागा होता। इस समय सरकार को वहां शांति व्यवस्था बनाए रखना सबसे बड़ी चुनौती होगी।
कांग्रेस फिर सत्ता में आएगी
क्या आपको विश्वास है कि भाजपा का कांग्रेस मुक्त भारत का अभियान सफ ल हो जाएगा और क्या कांग्रेस दोबारा सत्ता का सुख भोग पाएगी? पंडित सुखराम ने कहा कि निश्चित रूप से मेरा पक्का विश्वास है कि सही नेतृत्व के बल पर कांग्रेस एक बार फिर अपनी पूर्व यशकीर्ति को प्राप्त करेगी और सत्ता में भी आएगी क्योंकि कांग्रेस पहली बार नहीं हारी है। इससे पहले भी चुनाव बुरी तरह से हारने के बाद दोबारा धरती से उठकर आसमान के शिखर पर पहुंची है। भाजपा के लिए यह सिर्फ लुभावना नारा तो हो सकता है किन्तु कांग्रेस पार्टी तो स्वतंत्रता आंदोलन में इसके द्वारा दिए गए बलिदानों के कारण गांव-गांव में चप्पे-चप्पे में समाई हुई है।