Edited By kirti, Updated: 26 Aug, 2019 02:28 PM
पालमपुर कंडी सड़क मार्ग पर पहाड़ी दरकने से ऊपरी क्षेत्र पूरी तरह से कट गए हैं। रात भर मूसलाधार बारिश के चलते सोमवार सुबह पहाड़ी दरक गई। जिस कारण पालमपुर से कंडी तथा पालमपुर से रजनाली सड़क मार्ग क्षतिग्रस्त हुए हैं। पहाड़ी दरकने से कंडी दराेगणु...
पालमपुर(भृगु): पालमपुर कंडी सड़क मार्ग पर पहाड़ी दरकने से ऊपरी क्षेत्र पूरी तरह से कट गए हैं। रात भर मूसलाधार बारिश के चलते सोमवार सुबह पहाड़ी दरक गई। जिस कारण पालमपुर से कंडी तथा पालमपुर से रजनाली सड़क मार्ग क्षतिग्रस्त हुए हैं। पहाड़ी दरकने से कंडी दराेगणु रजनाली अवारना काली छंब थला सुकैडी राख आदि क्षेत्रों का संपर्क पालमपुर से टूट गया है पहाड़ी दरकने के कारण बड़े-बड़े चटाने सड़क मार्ग पर आ गिरी। सूचना मिलने पर लोक निर्माण विभाग की टीम ने मलबे को हटाने का प्रयास आरंभ किया है। पहाड़ी दरकने से सड़क मार्ग बाधित होने के कारण लोगों का आवागमन पूरी तरह से थम गया। स्कूली बच्चों को भी आने जाने में परेशानी का सामना करना पड़ा।
उधर सड़क मार्ग को बहाल करने में लोक निर्माण विभाग को परेशानी का सामना करना पड़ा। जैसे ही लोक निर्माण विभाग की मशीनरी में सड़क मार्ग पर गिरे मलबे को हटाने का कार्य आरंभ किया। माना जा रहा है कि बरसात का पानी ऊपरी और से एक साथ आने के कारण पहाड़ी दर की है घटना में लोक निर्माण विभाग को लाडो के 25 से 30 लाख की हानि होने का आकलन प्रथम दृष्टया किया गया है पहाड़ी दरकने तथा बड़े-बड़े चट्टाने आने के कारण सड़क मार्ग के दंगे ध्वस्त हो गए हैं। उधर घटना के पश्चात विधायक आशीष बुटेल ने मौके पर पहुंचकर सारी स्थिति की समीक्षा की तथा अधिकारियों को तुरंत सड़क मार्ग को बहाल करने के निर्देश दिए। वहीं पूर्व विधायक प्रवीण कुमार ने भी घटनास्थल पर पहुंचकर सारी स्थिति की समीक्षा की।
लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता अरुण वशिष्ठ ने बताया कि पहाड़ी दरकने की सूचना मिलने के बाद तुरंत मशीनरी को मलबा हटाने के निर्देश दिए गए परंतु बीच-बीच में मलबा गिरने से कार्य प्रभावित हो रहा है। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही मलबे को हटाकर सड़क मार्गों को बहाल किए जाने के प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि लगभग 25 से 30 लाख की हानि का आकलन अभी तक किया गया है। बॉक्स पहाड़ी दरकने से सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग की पेयजल योजनाएं भी प्रभावित हुई है मलबे के पेयजल योजनाओं की आपूर्ति लाइनों पर गिरने से आपूर्ति लाइनें टूट गई है जिस कारण कई पेयजल योजनाएं प्रभावित हुई हैं।