Edited By Vijay, Updated: 26 Jun, 2019 04:44 PM
अंतर्राष्ट्रीय नशामुक्ति दिवस पर प्रैस क्लब शिमला द्वारा एक चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें स्कूली बच्चों ने नशे के दुष्प्रभावों पर पेंटिंग बनाकर नशे से दूर रहने का सन्देश दिया। प्रतियोगिता में बेहतर प्रदर्शन करने वाले बच्चो को शिक्षा...
शिमला (तिलक राज): अंतर्राष्ट्रीय नशामुक्ति दिवस पर प्रैस क्लब शिमला द्वारा एक चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें स्कूली बच्चों ने नशे के दुष्प्रभावों पर पेंटिंग बनाकर नशे से दूर रहने का सन्देश दिया। प्रतियोगिता में बेहतर प्रदर्शन करने वाले बच्चो को शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने पुरस्कार देकर सम्मानित किया।
नशे के खात्मे को प्रैस की भूमिका अहम
इस मौके पर शिक्षा मंत्री ने कहा कि प्रैस क्लब शिमला समय-समय पर अपने सामाजिक दायित्वों का निर्वहन करता रहता है। इसी चरण में आज प्रैस क्लब शिमला ने नशे के खिलाफ चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया। नशे के खिलाफ सभी लोगों को आगे आना चाहिए तभी इस बुराई से बच्चों को बचाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि नशे को खत्म करने में प्रैस की भूमिका अहम है।
तत्कालीन सरकार ने अपने स्वार्थ के लिए की थी लोकतंत्र की हत्या
उन्होंने बताया कि 25 और 26 जून को देश में एमरजैंसी भी लगाई गई थी, जिसका शिकार आम जनता के साथ प्रैस भी हुई थी। तत्कालीन सरकार ने अपने निजी स्वार्थों की पूर्ति के लिए देश के लोकतंत्र की हत्या कर दी थी और विपक्ष के नेताओं को जेल में डाल दिया था। देश के संविधान को दरकिनार कर मौलिक अधिकारों का हनन किया गया था।