Edited By Vijay, Updated: 09 Aug, 2019 05:11 PM
सरकार और संबंधित विभाग के तमाम प्रयासों के बावजूद भी ओवरलोडिंग थमने का नाम नहीं ले रही है। जिला के बंजार क्षेत्र स्थित भ्योट मोड़ में 20 जून, 2019 को हुए बस हादसे के जख्म अभी भरे नहीं हैं कि जिला के लगभग सभी बस रूटों पर फिर से पहले जैसे ही ओवरलोडिंग...
कुल्लू: सरकार और संबंधित विभाग के तमाम प्रयासों के बावजूद भी ओवरलोडिंग थमने का नाम नहीं ले रही है। जिला के बंजार क्षेत्र स्थित भ्योट मोड़ में 20 जून, 2019 को हुए बस हादसे के जख्म अभी भरे नहीं हैं कि जिला के लगभग सभी बस रूटों पर फिर से पहले जैसे ही ओवरलोडिंग हो रही है। हालांकि हादसे के कुछ दिनों तक सरकार और संबंंधित विभाग ने ओवरलोडिंग पर शिकंजा कसा लेकिन अब फिर हालात जस के तस बने हुए हैं। हादसे होने के बावजूद भी सरकार और संबंधित विभाग सबक नहीं ले रहे हैं। अक्सर देखने में आ रहा है कि अगर चालक-परिचालकों को ओवरलोडिंग करने से मना कर दें तो परिचालक सवारियों से उलझ जाते हैं।
भुंतर से कुल्लू आने वाली लोकल बसों में हो रही ओवरलोडिंग
जिला के कई ग्रामीण रूटों के अलावा भुंतर-कुल्लू लोकल बस रूटों में भी इन दिनों ओवरलोडिंग बदस्तूर जारी है। शुक्रवार को भी भुंतर से कुल्लू की ओर आ रहीं लोकल रूट की बसों में ओवरलोडिंग हुई। कुछ सवारियों ने परिचालक को ओवरलोडिंग न करने की बात कही लेकिन परिचालक सवारियोंं से उलझ पड़ा। बाद में परिचालक को अपनी गलती का एहसास हुआ और वह शांत हो गया। गौर रहे कि बंजार बस हादसे के बाद प्रदेश सरकार ने ओवरलोडिंग करने वालों से सख्ती से निपटने का फैसला लिया है लेकिन हादसे के एक माह बाद फिर से ओवरलोडिंग का सिलसिला जारी है।
क्या बोले ए.एस.पी. कुल्लू
ए.एस.पी. कुल्लू राजकुमार चंदेल ने बताया कि पुलिस ओवरलोडिंग करने वालों पर शिकंजा कस रही है। वाहनों में किसी भी प्रकार की ओवरलोडिंग नहीं करने दी जाएगी। अगर फिर जिला में कई जगहों पर बसों में ओवरलोडिंग हो रही है तो चैक करके चालान किए जाएंगे।