Edited By Rajneesh Himalian, Updated: 14 Apr, 2021 12:44 PM
खंड इंदौरा में 10वीं व 12वीं की परीक्षाओं के चलते खंड इंदौरा के प्राइवेट स्कूलों के परीक्षा केंद्रों का एसडीएम इंदौरा सोमिल गौतम द्वारा औचक निरीक्षण किया गया।
डमटाल (सिमरन): खंड इंदौरा में 10वीं व 12वीं की परीक्षाओं के चलते खंड इंदौरा के प्राइवेट स्कूलों के परीक्षा केंद्रों का एसडीएम इंदौरा सोमिल गौतम द्वारा औचक निरीक्षण किया गया। डमटाल के मलोट गांव के एक निजी शिक्षण संस्थान में चल रही परीक्षा केंद्र का निरीक्षण किया गया। शिक्षा विभाग द्वारा भी स्कूल शिक्षा बोर्ड अध्यक्ष डा. सुरेश कुमार सोनी के कहने पर स्कूल में दबिश दी और निरीक्षण किया। हालांकि इस कार्रवाई में बच्चों के भविष्य को देखते हुए कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की गई लेकिन स्कूल प्रबंधन को चेतावनी दी गई है।
सूत्रों के अनुसार क्षेत्र के लोगों की शिकायत थी कि यह स्कूल ने जम्मू-कश्मीर, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, उत्तराखंड सहित अन्य बाहरी राज्यों के छात्रों हेतु एसओएस की मान्यता ले रखी है जिसके चलते बाहरी राज्यों से सैंकड़ों छात्र यहां 10वीं व 12वीं की मात्र परीक्षा देने के लिए आते हैं और मिलीभगत के चलते धडल्ले से नकल का गोरखधंधा हो रहा है। शिकायत मिली थी कि प्रति छात्र से परीक्षा करवाने के लिए 10 हजार रुपए तक पैसे वसूले जाते हैं। यह भी शिकायत थी कि परीक्षा केंद्रों में सीसीटीवी नहीं थे।
शिकायत मिलने पर एसडीएम इंदौरा सोमिल गौतम ने शिक्षा विभाग के कर्मियों के साथ स्कूल में दबिश दी। एसडीएम के औचक निरीक्षण से स्कूल में अफरा-तफरी का माहौल पैदा हो गया। बतां दें कि जितने समय एसडीएम इंदौरा स्कूल में रहे अधिकतर छात्रों द्वारा एक शब्द पेपर में नहीं लिखा गया जो शायद एसडीएम के जाने का इंतजार कर रहे थे। एसडीएम ने स्कूली स्टाफ और मौजूद सुपरिटेंडेंट को लताड़ा और नियमों का पालन करते हुए परीक्षा करवाने को कहा।
उधर हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड अध्यक्ष डा. सुरेश कुमार सोनी ने कहा कि स्कूल में चल रही परीक्षा में हो रही नकल की शिकायत मिलने पर फ्लाइंग स्टाफ को स्कूल में भेजा गया है। उपनिदेशक उच्च शिक्षा कांगड़ा रेखा कपूर ने बताया कि नकल की शिकायतें मिलने पर शिक्षा विभाग को परीक्षा केंद्रों में फ्लाइंग स्टाफ भेजने को कहा गया है।