Edited By Vijay, Updated: 14 Dec, 2019 09:49 PM
हिमाचल प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र में शनिवार को विपक्ष कांग्रेस नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री के नेतृत्व में काले रिबन बांधकर सदन में आया। मुकेश अग्रिहोत्री ने कहा कि हिमाचल के लिए सूक्ष्म लघु उद्योग विधेयक काला दिन है।
तपोवन (जिनेश): हिमाचल प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र में शनिवार को विपक्ष कांग्रेस नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री के नेतृत्व में काले रिबन बांधकर सदन में आया। मुकेश अग्रिहोत्री ने कहा कि हिमाचल के लिए सूक्ष्म लघु उद्योग विधेयक काला दिन है। विपक्ष ने इसके विरोध में काले रिबन लगा कर शनिवार को सदन में उपस्थित हुए। प्रदेश सरकार ने गलत मंशाओं के साथ इस बिल को पारित किया तथा यह करके सरकार ने हिमाचल को लूटने की छूट दी है। उन्होंने कहा कि 3 वर्ष की बात कह कर यदि सरकार एनओसी की छूट देकर निवेशक बुला रही है और कार्रवाई की बात भी कर रही है तो यह निवेशक को भी भ्रम में डालने की बात है।
सरकार की प्रदेश को बेचने की मंशा को साफ करता है बिल
उन्होंने कहा कि हम कई बार प्रदेश सरकार पर इन्वैस्टमैंट के नाम पर प्रदेश को बेचने का आरोप लगा चुके हैं और यह बिल उसी मंशा को साफ करता है। उन्होंने कहा कि एक तरफ सरकार सरकारी जमीनों को बेचने की बात कर रही है तो वहीं कभी सरकारी होटलों व फार्मेसियों के मामले उठ रहे हैं। उन्होंने कहा कि हरियाणा में सरकारी जमीन को बेचने का निर्णय लिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की शर्तों के साथ निवेशक आएं और युवाओं को रोजगार मिले तो इसमें कोई आपत्ति नहीं है। उन्होंने कहा कि यह कार्य सरकारी नियमों के दायरे में भी रह कर किए जा सकते हैं इसके लिए नियमों में छूट की क्या जरूरत है।
कांग्रेस राजनीतिक मंशा से कर रही विरोध : सीएम
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस का विरोध राजनीतिक मंशा से है। सरकार ने इस बिल में कहीं भी नियमों में छूट नहीं दी है। उद्योग लगाने वाले निवेशकों को अपनी ओर से शर्तों को पूरा करने का पत्र देना होगा और यदि शर्तों का उल्लंघन हुआ तो कार्रवाई होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्ष राजनीतिक ऐजेंडे से हट कर प्रदेश हित की तरफ भी ध्यान दे।