लाहौल-स्पीति में 10 किलोमीटर दूर पहाड़ पर हो रही ऑनलाइन पढ़ाई

Edited By Vijay, Updated: 13 Dec, 2020 09:26 PM

online study are being done on mountain 10 km away

10 किलोमीटर दूर जाकर बर्फ के कठिन पैदल पथ पर जनजातीय क्षेत्र के बच्चे पढ़ाई करते हैं। हिम्मत और लगन हो तो सब संभव हो जाता है। जी हां, प्रदेश के जनजातीय जिला लाहौल-स्पीति के काजा उपमंडल के हंसा, कियामो व क्योटो गांव के बच्चों को जियो के सिग्नल के लिए...

मनाली (ब्यूरो): 10 किलोमीटर दूर जाकर बर्फ के कठिन पैदल पथ पर जनजातीय क्षेत्र के बच्चे पढ़ाई करते हैं। हिम्मत और लगन हो तो सब संभव हो जाता है। जी हां, प्रदेश के जनजातीय जिला लाहौल-स्पीति के काजा उपमंडल के हंसा, कियामो व क्योटो गांव के बच्चों को जियो के सिग्नल के लिए 10 किलोमीटर दूर जाना पड़ता है। वैश्विक महामारी कोरोना के चलते शिक्षण संस्थान बंद होने के कारण शिक्षा विभाग द्वारा ऑनलाइन पढ़ाई करवाई जा रही है। अधिकांश ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा ग्रहण करने के लिए बच्चों को ऑनलान पढ़ाई के लिए इन सर्द दिनों में ठंड और बर्फीले पथ पर चलकर ऐसे स्थान पर पहुंचना पड़ता है जहां पर जियो का सिग्नल मिलता हो।

भारत की किसी भी जगह के बच्चों को शायद ही अपने घर से पैदल चलकर किसी स्कूल व कोचिंग सैंटर जाने की बजाय बर्फ  की ऊंची-ऊंची पहाडिय़ों में जाकर अपनी पढ़ाई करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा हो। लाहौल-स्पीति के काजा उपमंडल के अंतर्गत आने वाले कियामो, चिचोग, क्योटो व हंसा गांव में मोबाइल सिग्नल न होने से स्कूल के बच्चों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। मोबाइल सिग्नल न होने से लाहौल-स्पीति के कई गांवों के स्कूली बच्चों को बर्फ  में पैदल चलकर पढ़ाई करनी पड़ रही है। कियामो गांव के तेंजिन तनपा ने कहा है कि गांव में मोबाइल सिग्नल न होने से बच्चे बर्फ  में 10 से 12 किलोमीटर पैदल चलकर लोसर गांव में पढ़ाई करने को मजबूर हुए हैं।

जिला प्रशासन ने नहीं उठाया ठोस कदम तो करेंगे आंदोलन

लोसर गांव से जिला परिषद सदस्य पूनम, पूर्व जिला परिषद सदस्य अंगमो, पासंग डोलमा, गटूग अंगमो, डोलकर, तेंजिन व पूर्व टीएसी सदस्य सोहन सिंह ने कहा है कि 15 दिनों के भीतर जिला प्रशासन ने ऑनलाइन पढ़ाई को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाए तो क्षेत्र के सभी लोग संगठित होकर सड़कों पर आकर प्रदेश सरकार व जिला प्रशासन के खिलाफ  प्रदर्शन करने के लिए मजबूर होंगे। वहीं एडीएम काजा ज्ञान सागर नेगी ने बताया कि स्पीति में इस वर्ष काफी जियो के टावर लग चुके हैं। धीरे-धीरे सभी जगह मोबाइल सिग्नल से स्पीति को जोड़ा जा रहा है। कियामो गांव में जियो का टावर लग चुका है और कुछ ही दिन बाद सिग्नल शुरू हो जाएगा। अन्य सभी गांवों को मोबाइल सिग्नल की सुविधा मुहैया करवाई जाएगी।

भाजपा ने स्पीति के साथ हमेशा से ही भेदभाव किया : रवि ठाकुर

प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष एवं पूर्व विधायक लाहौल-स्पीति रवि ठाकुर ने कहा कि वर्ष 2017 में तत्कालीन मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने काजा के लिए कॉलेज खोलने की घोषणा की और वहां पर भवन के लिए पैसों का प्रावधान भी किया लेकिन भाजपा सरकार के आते ही कॉलेज को बंद कर दिया, जिस कारण आज स्पीति के लगभग 500 से अधिक विद्यार्थियों को पढ़ाई के लिए अपने क्षेत्र से बाहर के जिलों में जाना पड़ रहा है। आज काजा उपमंडल के अंतर्गत आने वाले कियामो, क्योटो व हंसा गांव में मोबाइल सिग्नल न होने से स्कूल के बच्चे बर्फ  में 10 से 12 किलोमीटर पैदल चलकर लोसर गांव में पढ़ाई करने के लिए मजबूर हैं। यह इस बात का प्रमाण है कि भाजपा ने स्पीति के साथ हमेशा से ही भेदभाव किया है।

Related Story

Trending Topics

India

397/4

50.0

New Zealand

327/10

48.5

India win by 70 runs

RR 7.94
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!