Edited By Vijay, Updated: 25 Mar, 2021 11:34 PM
नगर निगम सोलन के चुनाव पारिवारिक रिश्तों के बीच दीवार बनकर खड़ी हुई पार्टी की विचारधारा के कारण भी रोचक हो गए हैं। चुनाव में ससुर-दामाद ही नहीं 3 भाई भी आमने-सामने हैं। हालांकि इन भाइयों का मुकाबला आमने-सामने नहीं है लेकिन वे अलग-अलग वार्डों में...
सोलन (ब्यूरो): नगर निगम सोलन के चुनाव पारिवारिक रिश्तों के बीच दीवार बनकर खड़ी हुई पार्टी की विचारधारा के कारण भी रोचक हो गए हैं। चुनाव में ससुर-दामाद ही नहीं 3 भाई भी आमने-सामने हैं। हालांकि इन भाइयों का मुकाबला आमने-सामने नहीं है लेकिन वे अलग-अलग वार्डों में भाजपा व कांग्रेस के प्रभारी के रूप में अपनी पार्टी के प्रत्याशियों के लिए प्रचार कर रहे हैं। इन तीनों भाइयों को अपने-अपने वार्ड में पार्टी के प्रत्याशी को जीत दिलाने की जिम्मेदारी दी गई है।
अर्की निर्वाचन क्षेत्र से संबंध रखने वाले इन भाइयों का अपनी-अपनी पार्टी में अपना राजनीतिक कद है। पंचायती राज चुनावों में इन्होंने इसका एहसास भी करवाया है। यही कारण है कि सोलन में पहली बार हो रहे नगर निगम चुनाव में कांग्रेस व भाजपा ने उनकी तैनाती करने में देर नहीं लगाई। उन्हें एक-एक वार्ड की जिम्मेदारी दी गई है। उनकी चुनावी रणनीति पर पार्टी की ही नहीं बल्कि लोगों की भी नजरें लगी हुई हैं। यही नहीं, उन्हें देखकर अब भाजपा नेता का बेटा व 2 कांग्रेसी भाइयों का भतीजा भी चुनाव प्रचार में उतर गया है। परिवार के 4 सदस्यों द्वारा अलग-अलग पार्टियों के लिए प्रचार करने से नगर निगम चुनाव दिलचस्प बन गए हैं।